जांच समिति के साथ कोई सहयोग नहीं करेंगेः कनआनी
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि राष्ट्रसंघ की जांच समिति के साथ कोई सहयोग नहीं करेंगे।
संयुक्त राष्टसंघ की मानवाधिकार परिषद द्वारा ईरान विरोधी प्रस्ताव पारित करने पर ईरान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि ईरान, राष्ट्रसंघ की जांच समिति के साथ किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं करेगा। सोमवार को अपने साप्ताहिक संवाददाता सम्मेलन में ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनआनी चाक़ी ने कहा कि स्वतंत्र देशों के विरुद्ध मानवाधिकारों को हथकण्डे के रूप में प्रयोग करना निंदनीय कार्य है। उन्होंने कहा कि इससे मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने में किसी भी प्रकार की कोई सहायता नहीं मिलेगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि यह बात पूरी तरह से स्पष्ट है कि ईरान के हालिया उपद्रव को हवा देने में अमरीका और उसके कुछ पश्चिमी घटको की भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि इस बारे में पुष्ट प्रमाण पाए जाते हैं। प्रवक्ता ने कहा कि इन जानकारियों को तेहरान में मौजूद कई पश्चिमी राजदूतों तक पहुंचाया जा चुका है।
नासिर कनआनी के अनुसार हालिया उपद्रव में ईरान के विभिन्न नगरों से कुछ विदेशी नागरिकों को गिरफ़्तार किया गया है। इन विदेशी नागरिकों द्वारा उपद्रव को बढ़ाने और लोगों को उकसाने में उनकी भूमिका के विश्वसनीय प्रमाण पाए जाते हैं।
उल्लेखनीय है कि संयुक्त राष्ट्रसंघ की मानवाधिकार परिषद ने 28 नवंबर को एक ईरान विरोधी प्रस्ताव पारित किया था। इस प्रस्ताव में ईरान में मानवाधिकारों के कथित उल्लंघन की बात कही गई थी। प्रस्ताव का पारित किया जाना इस अर्थ में है कि ईरान में हालिया उपद्रव में तथाकथित मानवाधिकारों के उल्लंघन के दावे की जांच के लिए एक समिति निर्धारित की जाएगी।
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