इस्राईल के पाश्विक हमलों के ख़िलाफ़ ईरान की सड़कों पर उतरा जनसैलाब, इस्राईल और अमेरिका मुर्दाबाद के लगे नारे+ वीडियो
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आतंकी इस्राईल द्वारा ग़ाज़ा "अलमअमदानी" अस्पताल पर किए गए पाश्विक हमले में शहीद होने वाले एक हज़ार से अधिक लोगों और विशेषकर बच्चों के समर्थन में बुधवार को पूरे ईरान की सड़कों पर जनसैलाब देखने को मिला। ज़ायोनी शासन के अत्याचारों के ख़िलाफ़ लोगों की आंखों में साफ़ ग़ुस्सा देखा जा सकता था।
(last modified 2023-10-18T14:17:13+00:00 )
Oct १८, २०२३ १९:४४ Asia/Kolkata

आतंकी इस्राईल द्वारा ग़ाज़ा "अलमअमदानी" अस्पताल पर किए गए पाश्विक हमले में शहीद होने वाले एक हज़ार से अधिक लोगों और विशेषकर बच्चों के समर्थन में बुधवार को पूरे ईरान की सड़कों पर जनसैलाब देखने को मिला। ज़ायोनी शासन के अत्याचारों के ख़िलाफ़ लोगों की आंखों में साफ़ ग़ुस्सा देखा जा सकता था।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, मंगलवार देर रात आतंकी ज़ायोनी सेना ने ग़ज्ज़ा के "अलमअमदानी" अस्पताल पर बमबारी करके लगभग एक हज़ार से ज़्यादा निर्दोष मरीज़ों, घायलों और डॉक्टरों का क़त्लेआम कर दिया। इस हमले में मरने वालों में सबसे ज़्यादा संख्या बच्चों और महिलाओं की है। वहीं जैसे ही इस हमले की ख़बरें सामने आने लगीं वैसे इस्लामी गणराज्य ईरान समेत कई अरब देशों की जनता सड़कों पर उतर आई और इस्राईल और अमेरिका के ख़िलाफ़ जमकर नारे लगने लगे। इस बीच तुर्की, जॉर्डन और लेबनान में अमेरिका और ज़ायोनी शासन से जुड़े केंद्रों पर आक्रोशित जनता ने हमला भी कर दिया। इस बीच मंगलवार रात से ही ईरान की सड़कों पर आम लोगों का जमावड़ा शुरु हो गया। लोग लगातार इस्राईल और अमेरिका के ख़िलाफ़ नारे लगा रहे हैं। बुधवार की सुबह होते ही ईरान का शायद ही कोई क्षेत्र बचा होगा जहां फ़िलिस्तीन, ग़ाज़ा की मज़लूम जनता के समर्थन में लोग सड़कों पर न उतरे हों।

राजधानी तेहरान, पवित्र नगर मशहद, पवित्र नगर क़ुम समेत ईरान का हर बड़े छोटे शहरों की सड़कों पर लोगों का जनसैलाब देखा जा सकता है। हर कोई फ़िलिस्तीनी जनता पर हो रहे अत्याचारों के ख़िलाफ़ अपनी आवाज़ उठा रहा है। छोटे-छोटे बच्चे फ़िलिस्तीनी बच्चों के लिए तो वहीं महिलाएं, फ़िलिस्तीनी महिलाओं के पक्ष में और पुरुष, फ़िलिस्तीनी पुरुषों के लिए अपनी आवाज़ों बुलंद करते हुए देखे जा सकते हैं। प्रदर्शनों में शामिल लोगों का कहना है कि हम चाहते हैं कि हमारे मज़लूम ग़ाज़ा के भाई-बहन अपने आपको अकेला न समझें, हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़े हैं और समय आने पर हम अपनी क़ुर्बानी भी देने से पीछे नहीं हटेंगे। विरोध-प्रदर्शन में शामिल लोग अभी तक सड़कों पर जमे हुए हैं। और लगातार इस्राईल और अमेरिका मुर्दाबाद के नारे लगाए जा रहे हैं। (RZ)  

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