कनाडा के पक्षपातपूर्ण प्रस्ताव का ईरान ने किया विरोध
ईरान का मानना है कि मानवाधिकारों के मुद्दे को राजनीति लक्ष्यों के लिए प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए।
इस्लामी गणतंत्र ईरान ने तथाकथित मानवाधिकारों के बारे में कनाडा के प्रस्ताव की आलोचना की है। संयुक्त राष्ट्रसंघ में ईरान के प्रतिनिधि ने राजनीति से प्रभावित कनाडा के प्रस्ताव की निंदा की। ईरान में मानवाधिकारों की स्थति के बारे में पेश किये गए इस प्रस्ताव का विरोध किया गया।
ईरान की प्रतिनिधि ज़हरा इरशादी ने महासभा की बैठक में कनाडा, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, अमरीका और अवैध ज़ायोनी शासन में किये जाने वाले मानवाधिकारों के हनन का उल्लेख किया। उन्होंने इनके द्वारा ग़ज़्ज़ा में युद्ध विराम के प्रस्ताव के विरोध के संदर्भ में कहा कि इस काम ने मानवाधिकारों के बारे मे इन देशों के दोहरे मानदंडों को स्पष्ट कर दिया है।
ज़हरा इरशादी का कहना था कि कुछ देश मानवाधिकारों को राजनीतिक हथकण्डे के रूप में प्रयोग करते हैं। उनका कहना था कि इस्लामी गणतंत्र ईरान, मानवाधिकारों का सम्मान करते हुए इसके प्रचार एवं प्रसार का पक्षधर है। उनका कहना था कि राजनैतिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मानवाधिकारों के प्रयोग से सभी देशों को चिंतित होना चाहिए।
वे कहती हैं कि राजनीतिक लाभ के लिए कुछ देशों को लक्ष्य बनाने के बजाए हमको वैश्विक स्तर पर मानवाधिकारों के उल्लंघन को उसके सही अर्थों में समझना चाहिए। इस बारे में सामूहिक रूप से निष्पक्ष दृष्टिकोण अपनाए जाने की ज़रूरत है।
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए