Nov २७, २०२३ १५:४० Asia/Kolkata
  • समुद्र में ईरानी डिस्ट्रॉयर दिलमान से आई सुनामी, देखते ही दुश्मनों का मुंह खुला रह गया!

इस्लामी गणराज्य ईरान की नौसेना का दिलमान डिस्ट्रॉयर जैसे ही समुद्र में उतरा वैसे ही जहां दोस्तों के चेहरे खिल उठे वहीं दुश्मनों का मुंह खुला रह गया।

ईरानी सशस्त्र बलों के चीफ़ ऑफ़ स्टाफ़ ने "दिलमान" डिस्ट्रॉयर के निर्माण को देश की नौसेना के इतिहास में एक ऐतिहासिक कारनामा बताया है। ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के जनरल स्टाफ़ के प्रमुख जनरल मोहम्मद बाक़ेरी ने उत्तरी बेड़े के चौथे डिविज़न में बंदर अंज़ली बंदरगाह में स्वदेशी डिस्ट्रॉयर "दिलमान" के शामिल होने के मौक़े पर आयोजित एक विशेष कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि यह डिस्ट्रॉयर नौसेना के सबसे उन्नत विध्वंसकों में से एक है और दुनिया के शीर्ष विध्वंसकों से कम नहीं है। उन्होंने कहा कि इस डिस्ट्रॉयर को नौसेना, रक्षा और सहायता मंत्रालय के विशेषज्ञों के साथ-साथ ईरानी नॉलेज बेस्ड कंपनियों के सक्षम हाथों द्वारा बनाया गया है।

ईरान की आर्म्ड फ़ोर्सेज़ के जनरल स्टाफ़ के प्रमुख जनरल मोहम्मद बाक़ेरी।

मेजर जनरल बाक़ेरी ने कहा कि दिलमान डिस्ट्रॉयर इस्लामी गणराज्य ईरान के सभी पड़ोसियों, विशेषकर कैस्पियन सीमावर्ती देशों को शांति और दोस्ती का संदेश देता है। उन्होंने कहा कि आज से, दिलमान डिस्ट्रॉयर वाणिज्यिक जहाज़ों की सुरक्षा में तैनात होगा, साथ ही यह अत्याधुनिक डिस्ट्रॉयर आतंकवादियों और भविष्य की घटनाओं से मुक़ाबले के लिए भी पूरी तरह तैयार है।

ईरानी सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ़ के प्रमुख ने आत्मनिर्भरता पर ध्यान देने और ईरान में सभी प्रकार के सैन्य उपकरणों के निर्माण के लिए वैज्ञानिकों की क्षमता पर भरोसा करने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ईरानी नौसेना ने आज़ाद और अंतर्राष्ट्रीय जल में अपनी उपस्थिति को मज़बूती से दर्ज कराया है। मेजर बाक़ेरी ने कहा कि हमने दुनिया को यह दिखा दिया है कि चाहे जितने भी हमपर अमानवीय और ग़ैर-क़ानूनी प्रतिबंध लगा दिए जाएं, लेकिन हमे अपनी आंतरिक शक्तियों पर पूरा भरोसा है और यही कारण है कि हम हर क्षेत्र में लगातार अनगिनत सफलताएं हासिल कर रहे हैं। दिलमान डिस्ट्रॉयर का निर्माण उन्हीं सफलातओं में से एक है।

मेजर बाक़ेरी ने ग़ज़्ज़ा में ज़ायोनी शासन द्वारा किए गए अपराधों का ज़िक्र करते हुए यह भी कहा कि सभी साम्राज्यवादी और अहंकारी शक्तियां, मुसलमानों के पहले क़िबले के स्थान पर एक अवैध और आतंकी शासन को स्थापित करने के लिए एकत्र हुए हैं। उन्होंने कहा कि ज़ायोनी शासन ने 75 वर्षों तक इस फ़िलिस्तीनियों पर अत्याचार किया, लेकिन अलअक़्सा तूफ़ान ऑपरेशन अपनी महानता और आश्चर्य के साथ बहुत ही सटीक तरीक़े से किया गया और एक बार फिर दिखाया गया कि ज़ायोनी शासन की शक्ति मकड़ी के जाल से भी कमज़ोर है। (RZ)

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