सुरक्षा परिषद का ताज़ा प्रस्ताव सकारात्मक किंतु अपर्याप्तः कनआनी
राष्ट्रसंघ का कहना है कि उसके नए प्रस्ताव के आधार पर ग़ज़्ज़ा के लिए मानवीय सहायता की आपूर्ति बिना किसी बाधा के जारी रह सकेगी।
नासिर कनआनी कहते हैं कि ग़ज़्ज़ा के लिए मानवीय सहायता की सहायता भेजने पर आधारित सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव एक सकारात्मक क़दम तो है किंतु यह प्रयाप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि ग़ज़्ज़ा के लिए तत्काल सहायता भेजने पर आधारित प्रस्ताव क्रमांक-2720 पर्याप्त नहीं है।
ईंरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार बहुत अफ़सोस की बात है कि 77 दिन गुज़रने के बावजूद अमरीकी सरकार, अवैध ज़ायोनी शासन की ओर से फ़िलिस्तीनियों पर किये जा रहे अत्याचारों को रुकवाने के राष्ट्रसंघ के प्रस्ताव को बाधाएं डाल रहा है। हमलों के साए में ग़ज़्ज़ा वासियों की सहायता व्यवहारिक रूप मे संभव नहीं है।
कनआनी ने कहा कि इस प्रस्ताव का पारित होना, राष्ट्रसंघ की ज़िम्मेदारी को कम नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि फ़िलिस्तीनियों के विरुद्ध जारी हमलों का मुख्य ज़िम्मेदार संयुक्त राज्य अमरीका ही है।
ज्ञात रहे कि संयुक्त राष्ट्रसंघ की ओर से शुक्रवार को घोषणा की गई थी कि ग़ज़्ज़ा के लिए मानवीय सहायता बढाने पर आधारित एक प्रस्ताव को भारी बहुमत से पास किया गया है किंतु इसमें ग़ज़्ज़ा में संघर्ष विराम की कोई भी बात नहीं कही गई है।
राष्ट्रसंघ के इस प्रस्ताव में संघर्षरत पक्षों से केवल यह मांग की गई है कि वे सुरक्षित सप्लाई को तत्काल सुनिश्चित बनाएं ताकि ग़ज़्ज़ा में व्यापक स्तर पर मानवीय सहायता पहुंचाई जा सके।
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए