वर्चस्ववादी, फ़िलिस्तीनियों के अधिकारों को नष्ट करना चाहते हैंः रईसी
अवैध ज़ायोनी शासन सैकड़ों बयानों और अन्तर्राष्ट्रीय प्रस्तावों को अपने पैरों तले रौंद चुका है।
ईरान के राष्ट्रपति ने कहा है कि ग़ज़्ज़ावासियों का जबरन पलायन, अमरीकी एजेन्डे में शामिल है।
सैयद इब्राहीम रईसी ने शनिवार को फ़िलिस्तीन के बारे में तेहरान में आयोजित होने वाली अन्तर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में कहा कि फ़िलिस्तीन का मुद्दा, मानवता का केन्द्रीय मुद्दा है। वर्चस्ववादी व्यवस्था, अत्याचार के माध्यम से फ़िलिस्तीनियों के अधिकारों को नष्ट करना चाहती है। वह मानवता और अन्तर्राष्ट्रीय नियमों में से किसी के प्रति कटिबद्ध नहीं है।
ईरान के राष्ट्रपति कहते हैं कि मानवता के विरुद्ध अपराधों के कारण अवैध ज़ायोनी शासन और अमरीका पर अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय में मुक़द्दमा चलना चाहिए। उन्होंने फ़िलिस्तीन के बारे में अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाओं को मानवाधिकारों का दम भरने वाली संस्थाओं की अनुपियोगिता और विफलता पर खेद जताते हुए कहा कि 80 दिन गुज़र जाने के बावजूद संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद को यह ही नहीं पता कि वह क्या कर?
राष्ट्रपति रईसी ने कहा कि शांति की स्थापना का दावा करते हुए अमरीका ने कैंप डेविड, शर्मुश्शैख़ और ओस्लो समझौते करवाए जबकि अवैध ज़ायोनी शासन ने 400 से अधिक बयानों और अन्तर्राष्ट्रीय प्रस्तावों को अपने पैरों तले रौंद दिया। रईसी ने कहा कि इस समय ग़ज़्ज़ा में हमलों को तत्काल रुकवाना ही सबसे महत्वपूर्ण काम है।
याद रहे कि 23 दिसंबर शनिवार को राजधानी तेहरान में फ़िलिस्तीन को लेकर एक अन्तर्राष्ट्रीय काफ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमें 50 से अधिक देशों से नेताओं, धर्मगुरूओं, विचारकों और मीडिया से संबन्ध रखने वालों ने भाग लिया।
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