Jan ०२, २०२४ १३:३९ Asia/Kolkata
  • पवित्र क़ुरआन के नूर से जगमाता ईरान, इब्ने आशूब और आयतुल्लाह जवादी के क़ुरआन की व्याख्याओं को किया जाएगा सम्मानित

तेहरान में "रेसालातुल्लाह" शीर्षक के तहत पवित्र क़ुरान के अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में, ईरान के समकालीन बुद्धिजीवी और दर्शनशास्त्री आयतुल्लाह जवादी आमुली और मिस्र के इब्ने आशूब द्वारा पवित्र क़ुरआन की लिखी गई व्याख्याओं को सम्मानित किया जाएगा।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, तेहरान में "रेसालातुल्लाह" शीर्षक के तहत आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय पवित्र क़ुरआन सम्मेलन के पवित्र क़ुरआन की सांस्कृतिक परिषद के सचिव हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन सैयद मुस्तफ़ा हुसैनी नेशापूरी का कहना है कि दुनिया के 10 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में शनिवार 06 जनवरी 2024 को तेहरान विश्वविद्यालय के धर्मशास्त्र संकाय में आयोजित किया जाएगा। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन का उद्देश्य, हिफ़्ज़े क़ुरआन, लिखावट और पवित्र क़ुरआन की अवधारणाओं की व्याख्या आदि बताया गया है।

शिया और सुन्नी क़ुरआन की व्याख्या के दो महान कार्य इस सम्मेलन का सबसे ख़ास हिस्सा हैं। जिसमें पहला धार्मिक जानकारियों के साथ अंतर्ज्ञान व परिज्ञान के अथाह सागर के स्वामी ईरान के समकालीन बुद्धिजीवी व दर्शनशास्त्री आयतुल्लाह जवादी आमुली की 80-खंडों पर आधारित विषयगत व्याख्या है, जो न केवल इस्लामी दुनिया के लिए, बल्कि मानवता के लिए भी एक बड़ी संपत्ति है। दूसरी व्यख्या इब्ने आशूब द्वारा लिखी गई है। जिसने पवित्र क़ुरआन संबंधी बहसों में शोधकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया है। इब्ने आशूब के पोते इस सम्मेलन में प्रतिनिधि के रूप में भाग ले रहे हैं।

बता दें कि "रेसालातुल्लाह" शीर्षक के तहत आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय पवित्र क़ुरआन सम्मेलन के अतिथि रूस, लेबनान, मिस्र, पाकिस्तान, भारत, थाईलैंड, इराक़, मलेशिया, ट्यूनीशिया और ब्रिटेन से हैं। (RZ)

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