ईरान का आज़रबाइजान गणराज्य और आर्मीनिया से संयम का आह्वान
ईरान ने आज़रबाइजान गणराज्य और आर्मीनिया से संयम बरतने का आह्वान किया है।
आर्मीनिया और आज़रबाइजान गणराज्य के बीच सीमावर्ती झड़प पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ईरान के विदेश मंत्रालय ने प्रवक्ता ने दोनो पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। इस झड़प में कई लोग हताहत और घायल हुए।
नासिर कनआनी ने आज़रबाइजान गणराज्य और आर्मीनिया का आह्वान किया है कि वे अपने मतभेदों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाएं। उनका कहना था कि क्षेत्र में स्थाई शांति केवल वार्ता के माध्यम से ही संभव है। 90 के दशक में आरंभ होने वाला क़रेबाग़ का यह संकट एक विनाशकारी युद्ध में बदल गया जो मार्च 1994 तक चलता रहा।
क़रेबाग़ संकट, आज़रबाइजान गणराज्य के दक्षिणी क्षेत्र से आरंभ हुआ था जहां पर रहने वाले अधिकांश आर्मीनियन्स थे। बाद में सन 2020 को दूसरा क़रेबाग़ युद्ध आरंंभ हुआ।यह युद्ध रूस की मध्यस्था से समाप्त कराया गया। रूस के तीन से छह हज़ार तक सैनिक यहां पर पहुंचे और उन्होंने युद्धविराम के लिए प्रयास किये। रूस के प्रयासों के बावजूद पिछले 33 महीनों से इस युद्ध विराम का कई बार उल्लंघन किया जाता रहा है।
पिछले साल की 44 दिवसीय झड़पों के दौरान बाकू ने क़रेबाग़ को फिर आज़रबाइजान गणराज्य में शामिल कर लिया। बाद में आज़रबाइजान गणराज्य और आर्मीनिया की ओर से जारी किये गए बयान के बाद झड़पों का सिलसिला तो रुक गया किंतु बाक़ के अधिकारियों की ओर से दिये जाने वाले वक्तव्यों के कारण कभी-कभी भूमि को लेकर दोनो पक्षों के बीच तनाव पैदा हो जाता है। इन्ही बातों के दृष्टिगत इस्लामी गणतंत्र ईरान ने आर्मीनिया और आज़रबाइजान गणराज्य दोनो से संयम बरतने का आह्वान किया है।