ईरान के संसदसभापतिः पश्चिमी एशिया में अशांति की जड़, अमेरिका द्वारा ज़ायोनी माफ़िया को दिया गया समर्थन है
(last modified Thu, 15 May 2025 13:32:01 GMT )
May १५, २०२५ १९:०२ Asia/Kolkata
  • मोहम्मद बाक़िर क़ालिबाफ़: पश्चिमी एशिया में अशांति की जड़, अमेरिका द्वारा ज़ायोनी माफ़िया को दिया गया समर्थन है
    मोहम्मद बाक़िर क़ालिबाफ़: पश्चिमी एशिया में अशांति की जड़, अमेरिका द्वारा ज़ायोनी माफ़िया को दिया गया समर्थन है

पार्स टुडे - ईरान की संसद मजलिसे शूराये इस्लामी के अध्यक्ष मोहम्मद बाक़िर क़ालिबाफ़ ने कहा: पश्चिमी एशिया क्षेत्र में अशांति की जड़, अमेरिका द्वारा ज़ायोनी माफ़िया को दिया गया समर्थन है।

उन्होंने कहा कि इस्राइल क्षेत्र में अमेरिका के प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहा है और ईरान इस शासन पर राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य प्रतिबंधों की मांग करता है।

 

ईरान की संसद मजलिसे शुराये इस्लामी के सभापति ने बुधवार को इंडोनेशिया के जकार्ता शहर में आयोजित इस्लामी देशों की 19वीं अंतर-संसदीय कांफ्रेंस में कहा कि ज़ायोनी शासन की नींव ही क़ब्ज़ा, जनसंहार और नस्लीय भेदभाव पर रखी गई है। आज यह शासन इस्लामी दुनिया के लिए सबसे बड़ा अस्थिरता का स्रोत और ख़तरा बन चुका है। यह बात सभी जानते हैं कि यह अपराधी माफ़िया अमेरिका की हरी झंडी के बिना इतनी बर्बरता नहीं कर सकता। वास्तव में इस्राईल क्षेत्र में अमेरिका की प्रतिनिधि शक्ति के रूप में काम करता है।

 

उन्होंने आगे कहा कि ज़ायोनी शासन के क़ब्ज़े और अपराधों के मुक़ाबले में क्षेत्र के लोग प्रतिरोध की ओर अग्रसर हुए हैं।

 

मोहम्मद बाक़िर क़ालिबाफ़ ने आगे कहा कि इस्लामी गणराज्य ईरान, इस्राईली शासन के ख़िलाफ़ इस्लामी देशों द्वारा तत्काल और प्रभावी राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य प्रतिबंधों की मांग करता है। साथ ही वह फ़िलिस्तीन में युद्ध अपराध, नरसंहार और अपार्थाइड की पुष्टि और इस शासन के नेताओं के ख़िलाफ़ अंतरराष्ट्रीय मंचों पर क़ानूनी कार्यवाही किये जाने की बात करता है।

 

उन्होंने बल देकर कहा कि हमारा मानना है कि फ़िलिस्तीन समस्या का समाधान डेमोक्रेटिक तरीक़े से फ़िलिस्तीनी जनता को अपना भविष्य निर्धारित करने का अधिकार मिलना चाहिए। इसी प्रकार उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सुरक्षा, स्थिरता और शांति की प्राप्ति का रास्ता, क़ुद्स शरीफ़ को राजधानी बनाकर एक स्वतंत्र फ़िलिस्तीनी देश की स्थापना और सभी बेघर फ़िलिस्तीनियों की वापसी के अधिकार की गारंटी के बाद एक जनमत संग्रह कराने से हो सकता है।

 

अपने भाषण के एक अन्य भाग में क़ालिबाफ़ ने कहा कि ईरान के पास न तो परमाणु हथियार हैं और न ही वह इसकी ओर जाना चाहता है। क्षेत्र की स्थायी सुरक्षा केवल क्षेत्रीय देशों के सहयोग से ही संभव है न कि बाहरी ताक़तों के हस्तक्षेप से। MM