ईरान ने 'वादा-ए-सादिक 3' के दूसरे चरण में इस्राइली शासन को क्या नुकसान पहुँचाया?
(last modified Sun, 15 Jun 2025 08:33:49 GMT )
Jun १५, २०२५ १४:०३ Asia/Kolkata
  • ईरान ने \\\'वादा-ए-सादिक 3\\\' के दूसरे चरण में इस्राइली शासन को क्या नुकसान पहुँचाया?
    ईरान ने \\\'वादा-ए-सादिक 3\\\' के दूसरे चरण में इस्राइली शासन को क्या नुकसान पहुँचाया?

पार्सटुडे- इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ ईरान की सशस्त्र सेनाओं ने "वादा-ए-सादिक 3" की छठे चरण को अंजाम देने के कुछ घंटों बाद, शनिवार की शाम, अवैधअधिकृत फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर ड्रोन-मिसाइल हमलों का एक और चरण शुरू किया।

इज़रायली शासन द्वारा ईरान के कुछ क्षेत्रों पर हमला करने की आक्रामक और अतिक्रमणकारी कार्रवाई के जवाब में, जिसमें ईरानी सशस्त्र बलों के कई वरिष्ठ कमांडरों, प्रमुख वैज्ञानिकों और निर्दोष नागरिकों ख़ासकर मासूम बच्चों की शहादत हुई, ईरान ने शुक्रवार शाम से ही अधिकृत फिलिस्तीनी भूमि की ओर हमले शुरू कर दिए हैं, और ये हमले अभी तक ख़त्म नहीं हुए हैं।

 

पार्सटूडे के इस लेख में ईरान के ड्रोन-मिसाइल हमलों के दूसरे चरण पर एक नज़र डाली गई है।

 

तेहरानी समयानुसार लगभग 23:30 बजे

इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कोर (IRGC) के जनसंपर्क विभाग ने एक बयान जारी कर घोषणा की है कि "वादा-ए-सादिक 3" के नए बड़े पैमाने के मिसाइल-ड्रोन आक्रामक अभियान की शुरुआत, "या अली इब्ने अबी तालिब" कोड नाम के साथ, ग़दीर के पवित्र दिन की शाम को IRGC एयरोस्पेस फोर्सेज द्वारा ज़ायोनी शासन की बार-बार की गई आक्रामकताओं के जवाब में की गई।

 

तेहरान के समयानुसार लगभग 24:00 बजे

प्रारंभिक रिपोर्ट्स से पता चलता है कि ईरान के दर्जनों मिसाइलों और ड्रोनों ने ज़ायोनी शासन की कई परतों वाली वायु रक्षा प्रणाली को सफलतापूर्वक पार करके विभिन्न क्षेत्रों में सटीक ढंग से लक्ष्यों को भेद दिया।

 

कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार ईरानी मिसाइलें "तेल अवीव", "नेतन्याह", "हर्ट्ज़लिया", "हाइफ़ा", "तमरा", "अशदूद" और "किर्यात" में लगी हैं जिससे बड़े पैमाने पर आग लगने की घटनाएं हुई हैं। इज़रायली मीडिया ने बताया कि ईरान ने केवल हाइफ़ा पर 40 मिसाइलें दागी हैं।

 

तेहरान के समयानुसार लगभग 00:15 बजे

 

ईरानी मिसाइलों ने ज़ायोनी शासन के सबसे महत्वपूर्ण ऊर्जा ढांचे, यानी हाइफ़ा की रिफ़ाइनरी को निशाना बनाया, जो इस शासन के 40% पेट्रोल और 60% डीज़ल की आपूर्ति करता है। इज़रायली मीडिया द्वारा जारी तस्वीरों से पता चलता है कि मिसाइलों ने इस महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान पर सटीक निशाना लगाया। साथ ही, कई ईरानी प्रिसिजन-गाइडेड मिसाइलों ने ज़ायोनी शासन की महत्वपूर्ण बिजली सुविधाओं को भी निशाना बनाया। इन हमलों के कारण अधिकृत क्षेत्रों के मध्य भागों में बिजली वितरण नेटवर्क में व्यापक व्यवधान उत्पन्न हुआ और इस शासन के कुछ महत्वपूर्ण ढांचे काम करना बंद कर दिए।

 

तेहरान के समयानुसार लगभग 01:00 बजे

क्षेत्रीय मीडिया ने रिपोर्ट दी कि आज रात 30 ईरानी प्रिसिजन-गाइडेड मिसाइलों ने हाइफ़ा को निशाना बनाया। हाइफ़ा रिफाइनरी यानी ज़ायानी शासन का पेट्रोल उत्पादन केंद्र औद्योगिक और बंदरगाह ढांचे, कई 20-मंजिला आवासीय टावरों और बिजली संयंत्र को ईरान ने लक्ष्य बनाया।" हिब्रू मीडिया ने भी घोषणा की: "वायु रक्षा प्रणाली हैरान रह गई; मंत्रिमंडल सुरक्षा झटके में है।" यह ज़ायोनी शासन के भीतर सीधे किए गए सबसे भारी हमलों में से एक है। ज़ायोनी अखबार 'माआरिव' ने लिखा है कि "हम इस समय इज़रायल के इतिहास के सबसे भीषण हमलों का सामना कर रहे हैं; प्रधानमंत्री नेतन्याहू कहाँ हैं?!"

 

तेहरानी समयानुसार लगभग 02:00 बजे

इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कोर (IRGC) के जनसंपर्क विभाग ने अपने दूसरे बयान में घोषणा की: "ज़ायोनी शासन की आज की दुष्टतापूर्ण कार्रवाइयों और आक्रमणों के जवाब में 'वादा-ए-सादिक 3' के संयुक्त आक्रामक अभियान को जारी रखते हुए, विमान ईंधन उत्पादन सुविधाओं और शासन की ऊर्जा आपूर्ति केंद्रों को बड़ी संख्या में ड्रोन और मिसाइलों द्वारा निशाना बनाया गया। इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ इरान के सशस्त्र बलों का आक्रामक अभियान, यदि इस्राइल की शरारत और दुष्टताएँ और आक्रमण जारी रहते हैं, तो और अधिक भीषण और व्यापक रूप से जारी रहेगा।"

 

तेहरान समयानुसार लगभग 03:00 बजे

'वादा-ए-सादिक 3' के दूसरे चरण का तीसरा मरहला ईरान के मिसाइल और ड्रोन हमलों के साथ फ़िलिस्तीन के अवैध अधिकृत में शुरू हुआ और इज़रायली मीडिया ने रिपोर्ट दी कि भयानक विस्फोटों ने तेल अवीव को हिला दिया। इज़रायली मीडिया ने कहा है कि ईरान ने इस हमले में 50 बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। हिब्रू मीडिया ने नेतन्याहू के इस बयान का मज़ाक उड़ाते हुए जिसमें उन्होंने कहा था कि "अब ईरान तक पहुँचने का रास्ता साफ़ हो गया है"  कहा है कि "ऐसा लगता है कि अब इज़रायल के केंद्र तक पहुँचने का रास्ता भी साफ़ हो गया है।"

 

क्या ईरान के हमले और तेज होंगे?

 

एक ईरानी उच्च-स्तरीय सुरक्षा अधिकारी ने अल-जज़ीरा टीवी के साथ बातचीत में घोषणा की कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ इरान ने खुद को एक लंबे समय तक चलने वाले युद्ध व टकराव के लिए तैयार किया है और यदि आक्रमण जारी रहता है, तो वह अपने हमलों के स्तर को बढ़ा देगा।  इस अधिकारी ने, जिसकी पहचान या पद का खुलासा नहीं किया गया, आगे कहा: "तेहरान इस युद्ध को शुरू करने वाला नहीं था, लेकिन यह हम हैं जो इस आक्रमण के अंत का समय निर्धारित करेंगे।"

 

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ज़ायोनी शासन के प्रधानमंत्री बिनयामिन नेतन्याहू द्वारा शुरू किए गए युद्ध का परिणाम "उनकी सरकार और राजनीतिक व्यवस्था के अंत से कम कुछ नहीं होगा।" उन्होंने आगे कहा: "हम अपने राष्ट्र और देश की इज़राइली बर्बरता से रक्षा करेंगे और इस रास्ते पर चलते रहेंगे।" mm