धमकियों से अरब देशों की समस्याएं हल नहीं हो सकतींः ज़रीफ़
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेशमंत्री मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि प्रतिबंध, परिवेष्टन, धमकी और सज़ा देना, फ़ार्स की खाड़ी सहयोग परिषद के सदस्य देशों के संकट के समाधान में परिणामदायक सिद्ध नहीं होगा।
मुहम्मद जवाद ज़रीफ़ ने क़तर के अलजज़ीरा टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि ईरान का मानना है कि फ़ार्स की खाड़ी के समस्त देशों और अन्य देशों को जो संदेश दिया जाना चाहिए वह यह है कि अब मतभेदों और समस्याओं का समय नहीं रह गया है, देशों के बीच मतभेदों को दबावों, धमकी और सज़ा दिए जाने द्वारा हल नहीं किया जा सकता, समस्याओं के समाधान का एक मात्र मार्ग, वार्ता और मैत्रीपूर्ण प्रयास ही हैं।
श्री जवाद ज़रीफ़ ने कहा कि आज दुनिया में सभी समस्याओं का समाधान है और यदि दूसरों को नुक़सान पहुंचा कर हम लाभ उठाना चाहते हैं तो सभी को नुक़सान उठाना पड़ेगा और यही कारण है कि ईरान क्षेत्र के अपने समस्त पड़ोसियों से चाहता है कि समस्त समस्याओं के बावजूद वार्ता द्वारा अपनी समस्याओं का समाधान करें और एक दूसरे को रास्ते से हटाने का प्रयास न करें और यह मार्ग क्षेत्रीय समस्याओं के समाधान में सबसे प्रभावी मार्ग है।
ईरान के विदेशमंत्री ने बल दिया कि परिवेष्टन, प्रतिबंध, धमकी और सज़ा देने से राष्ट्रों के इरादे कमज़ोर नहीं होते बल्कि इससे उनके इरादे और अधिक मज़बूत होते हैं।
ज्ञात रहे कि सऊदी अरब, संयुक्त अरब इमारात, बहरैन और मिस्र ने पांच जून को क़तर के साथ अपने कूटनयिक संबंध तोड़ लिए थे। इन देशों ने क़तर पर आरोप लगाया है कि वह अरबों का साथ नहीं दे रहा है और उन क्षेत्रीय गुटों का समर्थन कर रहा है जो ईरान समर्थित हैं। (AK)