वार्ता की आड़ में झुकने को तैयार नहींः ईरान
राष्ट्रपति का कहना है कि ईरान किसी भी स्थिति में दबने वाला नहीं है।
राष्ट्रपति रूहानी ने कहा है कि न्यायसंगत, सम्मानपूर्ण एवं क़ानूनी वार्ता के लिए ईरान इस शर्त के साथ तैयार है कि वार्ता की आड़ में डाक्टर हसन रूहानी ने बुधवार को कहा कि हर प्रकार के बाहरी दबाव के बावजूद इस्लामी गणतंत्र ईरान, धौंस के सामने झुकने वाला नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जेसीपीओए से अमरीका के निकल जाने के बाद सामने वाले पक्ष को समय दिया था कि वह परमाणु समझौते से संबन्धित वचनों को पूरा करे। राष्ट्रपति ने कहा कि ईरान पर लगे तेल प्रतिबंधों और वर्तमान परिस्थितियों के दृष्टिगत ही ईरान ने जेसीपीओए के प्रति अपनी वचनबद्धता को चरणबद्ध ढंग से घटाने का फैसला किया है।
डाक्टर हसन रूहानी ने फ़ार्स की खाड़ी, ओमान सागर तथा हुरमुज़ स्ट्रेट को ईरान के लिए अति महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि हम फ़ार्स की खाड़ी सहित पूरे हिंद महासागर की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने के पक्षधर हैं। उन्होंने कहा कि हुरमुज़ स्ट्रेट और फ़ार्स की खाड़ी की सुरक्षा को सुनिश्चित बनाने की ज़िम्मेदारी ईरान और इसके पड़ोसी देशों की है। राष्ट्रपति का कहना था कि हुरमुज़ स्ट्रेट में आईआरजीसी द्वारा ब्रिटेन के जहाज़ का रोका जाना उचित क़दम था इसलिए संसार को इस प्रकार के काम के लिए आईआरजीसी का आभार व्यक्त करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस्लामी गणतंत्र ईरान, किसी भी स्थिति में तनाव नहीं फैलाना चाहता बल्कि वह शांति एवं सुरक्षा का हितैषी है।