मोहलत हुयी ख़त्म, ईरान ने सेन्ट्रीफ़्यूज लगाया
ईरान का कहना है कि परमाणु समझौते जेसीपीओए के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को कम करने के तीसरे क़दम के तहत विकसित सेन्ट्रीफ़्यूज लगा दिया है। इस तरह 2015 के परमाणु समझौते को बचाने के लिए दूसरे पक्षों के पास बहुत कम समय बचा है।
ईरान के परमाणु समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को कम करने के तीसरे क़दम के तहत, देश की परमाणु ऊर्जा संस्था एईओआई ने विकसित 20 आईआर-4 और 20 आईआर-6 सेन्ट्रीफ़्यूज लगा दिया है। ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रवक्ता बहरूज़ कमलावंदी ने शनिवार को तेहरान में इस बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहाः "अपने शोध व विकास के कार्यक्रम पर इस समझौते के तहत लगायी गयी सीमित्ताओं को हटाना शुरु कर दिया है, जिसमें तेज़ी से उन्नत सेन्ट्रीफ़्यूज को विकसित करना शामिल है। ये सभी क़दम पीछे हट सकते हैं, अगर दूसरा पक्ष अपने वादे पूरे करे।"
बहरूज़ कमालवंदी ने कहाः "सेन्ट्रीफ़्यूज़ मशीनों से जो शोध और विकास में लगी हुयी हैं, संवर्धित युरेनियम का भंडार बढ़ाने में मदद मिलेगी।" उन्होंने शुक्रवार को पत्रकारों से कहाः "इन मशीनों की क्षमता पिछली मशीनों की तुलना में कई गुना अधिक है।"
ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रवक्ता ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी आईएईए को ईरान के नए परमाणु क़दम के बारे में सूचित कर दिया गया है, जो इसकी निगरानी करेगी।
बहरूज़ कमालवंदी ने कहाः "आईएईए की निगरानी और पहुंच, पहले की तरह जारी रहेगी, ताकि पारदर्शिता के संबंध में ईरान की प्रतिबद्धता स्पष्ट रहे।"
इस हफ़्ते के शुरु में तेहरान की ओर से परमाणु समझौते जेसीपीओए से बाहर परमाणु शोध व विकास को बढ़ाने के फ़ैसले के एलान के बाद, राष्ट्रपति रूहानी ने इस समझौते के तहत योरोपीय पक्षों को अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए 60 दिन का समय दिया था।
उन्होंने कहाः जब भी वे जेसीपीओए के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करेंगे हम अपनी प्रतिबद्धताओं की ओर लौट आएंगे। (MAQ/N)