ईरानः परमाणु समझौता वनवे रोड नहीं!
ईरान की परमाणु ऊर्जा संस्था के प्रमुख ने जेसीपीओए से अमरीका के निकलने और युरोपीय पक्ष के उल्लंघनों की आलोचना करते हुए बल दिया है कि ईरान यह स्वीकार नहीं कर सकता कि जेसीपीओए वनवे सड़क है।
अली अकबर सालेही ने कहा कि युरोपीय पक्ष ने जेसीपीओए में अपने वादों का पालन नहीं किया। उन्होंने कहा कि जेसीपीओए के अनुसार तय यह था कि ईरान पर लगे प्रतिबंध हटाए जांएगे लेकिन प्रतिबंध नहीं हटे तो फिर ईरान के लिए भी सीमा लागू नहीं की जा सकती।
उन्होंने ईरान की ओर से अपने वचनों के पालन में कमी का उल्लेख करते हुए कहा कि ईरान, जेसीपीओए के दायरे से बाहर नहीं निकला है बल्कि इस समझौते के अनुच्छेद 26 और 36 के आधार पर, अपने वचनों के पालन में कमी कर रहा है।
अली अकबर सालेही ने कहा कि ईरान समझौते के अन्य पक्षों के क्रियाकलापों के अनुसार अपने वचनों के पालन में कमी कर सकता है ताकि संतुलन बाक़ी रहे।
ईरान ने अमरीका के निकलने एक साल बाद तक रणनीतिक संयम से काम लिया और उसके बाद समझौते के अनुच्छेद 26 और 36 के आधार पर, समझौते में दिये गये अपने वचनों के पालन में कमी का क्रम आरंभ कर दिया। ईरान अब तक चार क़दम उठा चुका है। गत बुधवार को इस दिशा में चौथा क़दम उठाया गया जिसके तहत फोर्दो परमाणु प्रतिष्ठान में यूरेनियम के संवर्धन का काम दोबारा शुरु किया जा रहा है। (Q.A.)