शहीद क़ासिम सुलेमानी की शहादत, क्षेत्र से साम्राज्यवाद के अंत की शुरुआत
(last modified Tue, 07 Jan 2020 12:11:52 GMT )
Jan ०७, २०२० १७:४१ Asia/Kolkata
  • शहीद क़ासिम सुलेमानी की शहादत, क्षेत्र से साम्राज्यवाद के अंत की शुरुआत

आईआरजीसी के कमान्डर ने ईरान के किरमान शहर में शहीद क़ासिम सुलेमानी की अंतिम शव यात्रा के मौक़े पर लोगों का संबोधित करते हुए कहा कि इन शहीदों के ख़ून का बदला ज़रूर लिया जाएगा।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, ईरान के शहर किरमान में शहीद जनरल क़ासिम सुलेमानी और उनके साथी शहीद पूर जाफ़री की अंतिम शव यात्रा में लाखों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर उन्हें अंतिम विदाई दी। इस अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए इस्लामी संरक्षक बल (आईआरजीसी) के कमांडर जनरल हुसैन सलामी ने ईरानी राष्ट्र को इस बात का भरोसा दिलाया कि, शहीद क़ासिम सुलेमानी और अन्य प्रतिरोध के जियालों के एक-एक ख़ून की बूंद का बदला ज़रूर लिया जाएगा। उन्होंने अमरीकी आतंकियों के हाथों जनरल क़ासिम सुलैमानी और अन्य उनके साथियों की शहादत को इस क्षेत्र में अमरीकी अस्तित्व की समाप्ति का आरंभिक बिन्दु क़रार दिया।

आईआरजीसी के कमांडर जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि, शहीद जनरल क़ासिम सुलेमानी ने क्षेत्र में शांति और सुरक्षा को समाप्त करने की अमेरिकी षड्यंत्र को पूरी तरह विफल कर दिया। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि दुश्मन विदित रूप से ऐसे कमान्डर को बर्दाश्त नहीं कर सकता और आख़िरकार उसने कायरतापूर्ण ढंग से उन्हें शहीद कर दिया। जनरल हुसैन सलामी ने कहा कि आज पूरी दुनिया में, चाहे मुस्लिम राष्ट्र हो या ग़ैर-मुस्लिम राष्ट्र, इन सभी देशों की जनता के दिलों में अमेरिका से दुश्मनी की चिंगारी अस्तित्व में आ गई है जो बहुत जल्द आग के गोले के रूप में अमेरिका और उसके सैनिकों पर बरसेंगे जिससे अमेरिका दुनिया के किसी भी कोने में सुरक्षित नहीं रहेगा। (RZ)