हम अपना हक़, अमरीका की गुंडागर्दी के सामने छोड़ने वाले नहीं! ईरान
इस्लामी गणतंत्र ईरान के विदेश सचिव ने कहा है कि शांतिपूर्ण परमाणु तकनीक का प्रयोग ईरानी जनता का कानूनी हक़ है और प्रतिबंधों की वजह से पड़ने वाले भारी दबाव के बावजूद, ईरान अपने इस कानूनी हक़ से अमरीका की गुंडागर्दी की वजह से पीछे हटने वाला नहीं है।
सैयद अब्बास इराक़ची ने पोलैंड की पत्रिका पोलितिका पोलिस्का में छपे अपने एक लेख में लिखा है कि ईरान ने, परमाणु हथियारों से मुक्त मध्य पूर्व का नारा दिया और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किये गये सभी समझौतों से जुड़ गया तथा परमाणु ऊर्जा से शांतिपूर्ण रूप से लाभ उठाने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ के अन्य सदस्यों की तरह अपना परमाणु कार्यक्रम, आईएईए के निरीक्षण में दे दिया।
अब्बास इराक़ची ने शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम की सभी परियोजनाओं में पश्चिमी की ओर से अपने वचन तोड़ जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि चूंकि ईरान के राष्ट्रीय विकास का एक हिस्सा, उद्योग, चिकित्सा और ऊर्जा के क्षेत्र में परमाणु तकनीक पर निर्भर था इस लिए इस क्षेत्र में निवेश ज़रूरी था।
ईरान के विदेश सचिव ने पश्चिमी देशों की खुफिया एजेन्सियों द्वारा ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम की जासूसी किये जाने का उल्लेख करते हुए कहा कि पश्चिमी और इस्राईली खुुफिया एजेन्सियों की ओर से व्यापक प्रोपगंडों और भड़काऊ कार्यवाहियों के बावजूद ईरान ने कभी भी आईएईए के साथ वार्ता और सहयोग नहीं रोका।
अब्बास इराक़ची ने कहा कि जब भी परमाणु समझौते से ईरान के हितों की सुरक्षा होगी ईरान इस समझौतें में दिये गये अपने सभी वचनों का दोबारा पालन करने पर तैयार है।
उन्होंने कहा कि ईरान राष्ट्रीय हितों के लिए शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाने में तनिक भी संकोच नहीं करेगा। Q.A.