ब्रिटिश सरकार का फिलिस्तीनी संगठनों से यह कैसा गुप्त युद्ध?
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ब्रिटेन में फिलिस्तीन समर्थक ग्रुप
पार्सटुडे – ब्रिटेन के दो प्रमुख फिलिस्तीनी समर्थक संगठनों ने बताया है कि उनके बैंक खाते अनिश्चित काल के लिए फ्रीज़ कर दिए गए हैं।
पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार, "ग्रेटर मैनचेस्टर फ्रेंड्स ऑफ़ फिलिस्तीन" और "स्कॉटलैंड पैलेस्टाइन सॉलिडैरिटी कैंपेन" जैसे संगठन ने, जो शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन जैसी गतिविधियां आयोजित करते हैं, बताया कि वर्जिन मनी और यूनिटी ट्रस्ट बैंकों ने उनकी वित्तीय पहुँच को बिना किसी स्पष्टीकरण के रोक दिया है। इस क़दम से इज़राइल की आलोचना करने वाली आवाज़ों को दबाने की चिंताएं और बढ़ गई हैं।
"ग्रेटर मैनचेस्टर फ्रेंड्स ऑफ़ फिलिस्तीन" के वित्तीय अधिकारी ओवेन कूपर ने कहा कि उनका समूह पिछले डेढ़ साल से बिना किसी अपराध या गैरकानूनी गतिविधि के शांतिपूर्वक काम कर रहा है, लेकिन वर्जिन मनी बैंक ने खाता बंद करने का कोई कारण नहीं बताया। उन्होंने कहा कि अगर सिर्फ़ बैंक खाते के नाम में 'फिलिस्तीन' शब्द होने की वजह से ऐसा हुआ है, तो यह बेहद चिंताजनक है। यह उस देश के लिए बड़ी शर्म की बात है जो स्वयं को फ़्रीडम आफ़ स्पीच और लोकतंत्र का समर्थक बताता है।"
कूपर ने स्पष्ट किया कि इस कार्रवाई की वजह से ग़ज़ा और वेस्ट बैंक को भेजी जाने वाली खाद्य और चिकित्सा सहायता रुक गई है। उन्होंने कहा कि हमारे पास F-35 लड़ाकू विमान या 500 पाउंड के बम नहीं हैं जिन्हें हम फंड कर सकें। यह पैसा तो सिर्फ़ भोजन और दवाइयों के लिए है।
इसके अलावा, ब्रिटिश सरकार ने नागरिक ग्रुप "एक्शन फॉर पैलेस्टाइन" को आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल कर लिया है, जिसके खिलाफ़ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए हैं। लगातार तीसरे सप्ताह, फिलिस्तीन समर्थकों ने प्रदर्शन कर इस फैसले का विरोध किया, जिसमें पुलिस ने 55 लोगों को गिरफ्तार किया।
ब्रिटेन के नए कानून के तहत, इस ग्रुप की सदस्यता लेने या सिर्फ़ प्रतीकात्मक समर्थन जताने पर भी 14 साल तक की जेल हो सकती है। ब्रिटिश मीडिया के अनुसार, यह निर्णय ज़ायोनी लॉबी के दबाव में लिया गया है। यह समूह, जो इज़राइल को हथियार सप्लाई करने वाली कंपनियों के खिलाफ़ सीधे विरोध प्रदर्शनों के लिए जाना जाता है, पहला नागरिक संगठन है जिसे "आतंकवाद विरोधी कानून" के तहत आईएसआईएस और अल-कायदा जैसे संगठनों की सूची में रखा गया है। (AK)
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