अमरीका, एक बार फिर ईरान से फिर मुंह की खाएगाः रूहानी
इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने परमाणु समझौते को नुक़सान पहुंचाने के लिए सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव क्रमांक 2231 के मैकेनिज़्म के दुरुपयोग के लिए अमरीका के ताज़ा प्रयासों को नाकाम कोशिश क़रार दिया है।
राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने बुधवार को मंत्रीमंडल की बैठक में कहा कि सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव क्रमांक 2231 के मैकेनिज़्म में यह स्पष्ट किया गया है कि परमाणु समझौते के पक्षकार या उनका एक पक्ष, इस मैकेनिज़्म से लाभ उठा सकता हे किन्तु अमरीका परमाणु समझौते से तो निकल चुका है, वह इस मैकेनिज़्म से लाभ नहीं उठा सकता।
राष्ट्रपति रूहानी ने कहा है कि परमाणु समझौते के सभी पक्षों ने पहले ही अमरीका के इस प्रयास की निंदा की है। उनका कहना था कि अमरीका एक बार फिर अकेला रह गया और ईरान की वैभवता एक बार फिर सिद्ध हुई।
राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि ईरानी जनता और अधिकारी, दुश्मनों के षड्यंत्रों के मुक़ाबले में पूरी ताक़त के साथ डटे हुए हैं और उन्होंने वाइट हाऊस के अधिकारियों को यह समझा दिया है कि उन्होंने ईरान के बारे में ग़लती की है।
राष्ट्रपति रूहानी ने कहा कि वाइट हाऊस के अत्याचारी और ईरानी राष्ट्र के विरुद्ध अत्याचारपूर्ण प्रतिबंध, हमेशा बाक़ी नहीं रहने वाले हैं।
इस्लामी गणतंत्र ईरान के राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार, देश का संचालन ग़ैर पेट्रोलियम पदार्थों के निर्यात से कर रही है और सरकार की कार्यवाहियां, प्रतिबंधों को विफल बनाने और अमरीकियों के मुंह पर ज़ोरदार तमाचा रसीद करने के लिए हैं। (AK)
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