पूरे ईरान में लोग आज रविवार को मना रहे हैं आशूरा
ईरान में आशूरा के मौक़े पर हर ओर काले झंडे और बैनर लगेे दिखाई दे रहे हैं।
इस्लामी गणतंत्र ईरान भी आज आशूरा के मौक़े पर जहाँ देखों काले झंडे और पट्टियां लगी हुयी हैं। रविवार को ईरान में सुबह से ही मजलिसों और मातम का सिलसिला शुरू हो गया। लोग नम आंखों से इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और उनके साथियों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। ईरान में सभी छोटे-बड़े शहरों और क़स्बों में हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से जारी एसओपीज़ के मुताबिक़, शोकसभाएं आयोजित की जा रही हैं। इन्ही नियमों का पालन करते हुए जुलूस भी निकाले जा रहे हैं। इस साल कोरोना वायरस या कोविड-19 की वजह से मस्जिदों और इमामबाड़ों के बजाए खुली जगहों व खुले मैदानों में शोकसभाएं आयोजित की जा रही हैं। इन सभी कार्यक्रमों में सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन साफ दिखाई दे रहा है। हर साल की तरह इस साल भी अज़ादारों ने ज़ोहर की नमाज़ सड़कों पर पढ़ी।
पवित्र नगर मश्हद में इमाम रज़ा अलैहिस्सलाम, क़ुम में हज़रत मासूमा, शीराज़ में शाहचेराग़, तेहरान में इमामज़ादे सालेह और रय शहर में हज़रत अब्दुल अज़ीम हसनी के रौज़े से मिले खुले प्रांगणों में मातमी दस्ते मेडिकल प्रोटोकॉल पर अमल करते हुए दाख़िल हुए। इन मातमी दस्तों ने निर्धारित वक़्त तक ही मातम किया। राजधानी तेहरान के इमाम हुसैन स्कवाएर पर शोकसभा का केन्द्रीय प्रोग्राम आयोजित हुआ जिसमें आस-पास से आने वाले छोटे बड़े जुलूस भी शामिल हुए। इस मौक़े पर श्रृद्धालुओं को खाने की शक्ल में हिस्सा दिया गया।
उल्लेखनीय है कि आशूर के दिन अर्थात मोहर्रम की 10 तारीख़ को दुनिया भर में करोड़ों लोग पैग़म्बरे इस्लाम (स) के नवासे व शिया मुसलमानों के तीसरे इमाम, हुसैन इब्ने अली और उनके साथियों की शहादत का ग़म मना रहे हैं।
ताज़ातरीन ख़बरों, समीक्षाओं और आर्टिकल्ज़ के लिए हमारा फ़ेसबुक पेज लाइक कीजिए!
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए