पोप की इराक यात्रा सराहनीय, हिज़्बुल्लाह
लेबनान के हिज़्बुल्लाह आंदोलन ने सोमवार की रात एक बयान जारी करके ईसाईयों के धर्मगुरु पोप फ्रांसिस की इराक यात्रा और वरिष्ठ शिया धर्मगुरु से उनकी भेंट सहित यात्रा की उपलब्धियों को सराहा है।
हिज़्बुल्लाह ने अपने इस बयान में पोप फ्रांसिस की इराक़ यात्रा की सराहना के साथ यह आशा भी प्रकट की है कि यह यात्रा, इराक़ में राष्ट्रीय एकता और देश की अखंडता में मज़बूती का आरंभ होगी।
बयान में कहा गया है कि हिज़्बुल्लाह का यह मानना है कि इराक़ ने पिछले दो दशकों के दौरान बहुत से काले दिनों और युद्धों का सामना किया है जो वास्तव में वह युद्ध हैं जो अमरीकी अतिक्रमणकारियों और दाइशी आतंकवादियों ने इस देश पर थोपे हैं।
लेबनान के हिज़्बुल्लाह आंदोलन ने अपने बयान में पूरी दुनिया में आध्यात्म के प्रसार, आतंकवाद का रूप उजागर करने और अतिक्रमणकारियों को अपमानित करने में वरिष्ठ शिया धार्मिक नेतृत्व की भूमिका पर बल दिया और उसकी सराहना की।
विश्व भर के कैथोलिक ईसाइयों के धर्मगुरु पोप फ्रांसिस ने इराक़ की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान इस देश के वरिष्ठ नेताओं से भेंट की है।
पोप फ्रांसिस ने इराक़ के पवित्र नगर नजफ में वरिष्ठ शिया धर्मगुरु आयतुल्लाहिल उज़मा सीस्तानी से बंद दरवाज़े के पीछे लगभग एक घंटे तक बात की है। Q.A
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