Sep ०७, २०२३ १५:४९ Asia/Kolkata

इस्राईली प्रमुख ने स्वीकार किया है कि जायोनी शासन को ऐसे संकट का सामना है जिसका अब तक उसे सामना नहीं था।

इस्राईली प्रमुख इस्हाक़ हरज़ॉग ने कहा है कि कानून विवाद को लेकर 9 महीनों से इस्राईल को गहन संकट का सामना है और इस संकट के कारण इस्राईल को आर्थिक और सुरक्षा की दृष्टि से बहुत नुकसान का उठाना पड़ रहा है।

इस्राईल को जिन संकटों का सामना है उनके समाधान के लिए बहुत अधिक वार्ताएं हो चुकी हैं पर अब तक इन वार्ताओं का कोई विशेष परिणाम नहीं निकला है जिसकी वजह से अवैध अधिकृत फिलिस्तीन में संकट जारी हैं और पिछले शनिवार को भी अवैध अधिकृत फिलिस्तीन के विभिन्न नगरों में नेतनयाहू और उनके अतिवादी मंत्रिमंडल के खिलाफ प्रदर्शन हुए।

ऐसा नहीं है कि जायोनी शासन के अंदर विवाद केवल न्यायपालिका में कानूनी परिवर्तनों को लेकर हैं बल्कि वास्तविकता यह है कि अवैध अधिकृत फिलिस्तीन में रहने वालों को नेतनयाहू के अतिवादी मंत्रिमंडल के क्रिया कलापों से है और नेतनयाहू की अतिवादी नीतियां अवैध अधिकृत फिलिस्तीन में संकट व विवाद का कारण हैं और बहुत से जायोनियों का मानना है कि अवैध अधिकृत फिलिस्तीन में न तो सुरक्षा है और न ही भविष्य इसलिए बहुत से जायोनी इस्राईल छोड़कर जा रहे हैं और बहुत से जाने की कोशिश में लगे हैं।

बहुत से यहूदियों को दुनिया के बहुत से क्षेत्रों व देशों से अच्छे भविष्य की लालच देकर अवैध अधिकृत फिलिस्तीन में लाकर बसाया गया था और वर्षों का समय बीत गया पर न तो उनका भविष्य अच्छा हुआ और न ही सुरक्षा मिली। यही नहीं जिन यहूदियों को बाहर से लाकर अवैध अधिकृत फिलिस्तीन में बसाया गया है उनके साथ वहां के मूल यहूदियों व ज़ायोनियों जैसा व्यवहार नहीं किया जाता है बल्कि उनके साथ भेदभावपूर्ण बर्ताव किया जाता है।

जानकार हल्कों का मानना है कि जायोनी शासन के भीतर अशांति की मुख्य जड़ उसका अवैध व गैर कानूनी अस्तित्व है और जब तक उसका अवैध अस्तित्व बाकी रहेगा तब तक अशांति रहेगी। MM