Jun ०३, २०२२ १९:५४
इमाम ख़ुमैनी (र.ह) जब ईरान लौटकर आए थे, तब आरंभ से ही युवा उनकी मुख्य शक़्ति बने हुए थे, उनको भी युवाओं से सबसे ज़्यादा उम्मीद थी ... इमाम ख़ुमैनी (र.ह) ने अपने भाषण में कहते हैं कि आप युवा छात्र और अन्य सभी युवा मेरी आशा हैं। आप मेरा वादा हैं। युवा नस्ल मेरी उम्मीद हैं। कुछ ही दिन बीते थे कि ... अपनी उम्मीद पर युवाओं को खरा उतरता देखा, उनको जो युवाओं पर भरोसा था उसका जवाब उनको मिल गया था ... उस समय के एक युवा का कहना है कि आज इस्लामी गणतंत्र ईरान का सद्दाम जैसे तानाशाह से मुक़ाबला है ...