एक लेबनानी शहीद की मां हुईं अमरीकी प्रतिबंधों का शिकार
इस बार अमरीकी प्रतिबंधों की भेंट, 24 वर्षीय एक लेबनानी शहीद की मां हुई हैं।
लेबनानी संचार माध्यमों के अनुसार अमरीका ने लेबनान के एक शहीद की मां को प्रतिबंधित किया है।
लेबनानी जनता की हिम्मत और उनके हौसलों को कमज़ोर करने के उद्देश्य से अमरीकी, उनके विरुद्ध विभिन्न प्रकार की कार्यवाहियां करते रहते हैं। यह काम अस्ल में हिज़बुल्लाह को कमज़ोर करने के लिए किया जा रहा है।
अलअख़बार समाचार पत्र के अनुसार अमरीका के प्रतिबंधन अब केवल देशों और नेताओं तक सीमित नहीं रह गए हैं। इन अमरीकी प्रतिबंधों की ज़द में अब शहीदों के ख़ानदान भी आ रहे हैं।
अलअख़बार के अनुसार लेबनानी शहीद के परिवार के विरुद्ध लगे अमरीकी प्रतिबंध उनके वित्तीय लेनदेन को रोकने के साथ सोशल मीडिया पर भी उनकी गतिविधियों के रुकने का कारण बनेंगे। लेबनान के 24 वर्षीय शहीद मुहम्मद तामिर की माता "उबैर ख़लील" पर इसलिए अमरीकी प्रतिबंध लगे हैं क्योंकि वे उस शहीद की मां हैं जिसने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था।
याद रहे कि 14 अक्तूबर 2021 को लेबनान की राजधानी बेरूत में प्रदर्शनकारियों पर अंधाधुंध गोली चलाई गई जिसमें 7 लोग शहीद हो गए। इन शहीदों में 24 वर्षीय मुहम्मद तामिर भी शामिल है। उस दिन बहुत से लोग बेरूत धमाकों की जांच करने वाले तारिक़ बीतार के क्रियाकलापों का विरोध कर रहे थे।
इसी बीच समीर जाजा के नेतृत्व वाले गुट "अलक़ुव्वातुल लेबनानिया" के सदस्यों ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चला दी। इसी गोलीबारी में मुहम्मद तामिर शहीद हो गया। उनकी माता एक ट्रेवेलिंग एजेन्सी चलाती हैं जिनको अब अमरीकी प्रतिबंधों का सामना करना पड़ रहा है।
वेस्टन यूनियन ने उनपर प्रतिबंध लगाया है और उनका फेसबुल अकाउन्ट बंद कर दिया गया है। लेबनान के प्रतिरोध का कहना है कि इस प्रतिरोध को तोड़ने के लिए अमरीका और इस्राईल चाहे जो कुछ करें लेकिन वे अपने लक्ष्य को कभी हासिल नहीं कर पाएंगे।
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