ज़ायोनी हिंसा का मुक़ाबला किया जाना चाहिएः अब्दुल्लाह
जार्डन नरेश अब्दुल्ला द्वितीय ने कहा है कि सबको मिलकर ज़ायोनी हिंसा का मुक़ाबला करना होगा।
अब्दुल्ला द्वितीय ने विश्व समुदाय से मांग की है कि वह जातिवाद पर आधारित इस्राईल के अधिकारियों के बयानों का मुक़ाबला करे। उन्होंने कहा कि बैतुल मुक़द्दस में मौजूद मुसलमानों और ईसाइयों के पवित्र स्थलों का सम्मान किया जाना चाहिए।
जार्डन के नरेश अब्दुल्ला ने फ़िलिस्तीन की स्वशासित सरकार के प्रमुख महमूद अब्बास के साथ भेंट में कहा कि हर मुसलमान का यह कर्तव्य बनता है कि इस्राईल की हिंसात्मक कार्यवाही का मुक़ाबला करे। उसको मुसलमानों और ईसाइयों के पवित्र स्थलों की रक्षा करनी चाहिए।
जार्डन के नरेश के साथ होने वाली बैठक में महमूद अब्बास के साथ ही कई इसाई धर्मगुरूओं ने भी भाग लिया। महमूद अब्बास का कहना था कि फ़िलिस्तीन की धरती को ज़ायोनियोंं के चंगुल से आज़ाद कराने के लिए हम हर संभव प्रयास करते रहेंगे। याद रहे अवैध ज़ायोनी शासन की ओर से बैतुल मुक़द्दस के पवित्र स्थलों के अनादर की कार्यवाहियां आए दिन होती रहती हैं।
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