जेनेवा-4 में ईरान, रूस और तुर्की की महत्वपूर्ण भूमिका रहीः डि मिस्तूरा
(last modified Sat, 04 Mar 2017 07:14:09 GMT )
Mar ०४, २०१७ १२:४४ Asia/Kolkata
  • जेनेवा-4 में ईरान, रूस और तुर्की की महत्वपूर्ण भूमिका रहीः डि मिस्तूरा

सीरिया के मामले में संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष दूत स्टीफ़न डी मिस्तूरा ने शुक्रवार की रात जेनेवा-4 वार्ता संपन्न होने के बाद कहा कि ईरान, रूस और तुर्की ने वार्ता प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

स्टीफ़न डि मिस्तूरा ने कहा कि सीरिया के बारे में जेनेवा-4 वार्ता बहुत ही कठिनाइयों भरे चरण में आयोजित हुई, इसके बावजूद वार्ता सार्थक रही। उनका कहना था कि सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव क्रमांक 2254 के क्रियान्वयन के बारे में जो शंकाएं पायी जाती थीं, वार्ता के दौरान उन्हें दूर कर दिया गया।

सीरिया के मामले में संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतिनिधि ने कहा कि हमारी कार्य सूची में चार महत्वपूर्ण कार्य हैं जिनमें छह महीने के लिए विस्तृत और ग़ैर धार्मिक सरकार का गठन, छह महीने के लिए संविधान का गठन, 18 महीने के एक चरण के लिए स्वतंत्र और पारदर्शी चुनाव का आयोजन और आतंकवाद से संघर्ष शामिल है।

उन्होंने सीरियाई पक्षों के मध्य वार्ता का क्रम जारी रखने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि वह चाहते हैं कि सीरिया सरकार और सशस्त्र विरोधियों के प्रतिनिधि मंडल को जेनेवा-5 वार्ता में भाग लेने का निमंत्रण दें।

ज्ञात रहे कि सीरिया संकट के समाधान के लिए जेनेवा-4 वार्ता 23 फ़रवरी से जेनेवा में आरंभ हुई और तीन मार्च को संपन्न हो गयी। इस वार्ता में सीरिया सरकार का प्रतिनिधित्व बश्शार जाफ़री कर रहे थे जबकि सीरिया सरकार के विरोधियों का प्रतिनिधित्व नस्र अलहरीरी कर रहे थे। (AK)

 

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