सऊदी अरब में चार शीया मुसलमानों को सज़ाए मौत
सऊदी अरब ने मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन करते हुए चार नागरिकों को सज़ाए मौत दे दी।
लेबनान की अलअहद समाचार एजेन्सी की रिपोर्ट के अनुसार सऊदी अरब के गृहमंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में कहा कि चार लोगों को आतंकवादी कार्यवाही के आरोप में मंगलवार को क़तीफ़ शहर में मौत की सज़ा दी गयी।
सऊदी अधिकारी, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण प्रदर्शनों जैसे मूल अधिकारों और स्वतंत्रता के विषयों से निपटने के लिए तथाकथित आतंकवाद के शब्द का प्रयोग करते हैं और नागरिकों को कड़ी से कड़ी सज़ाएं देते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संस्थाओं और एमेनेस्टी इन्टरनेश्नल ने सऊदी अरब की सदैव आलोचनाएं की हैं किन्तु सऊदी अधिकारी सुरक्षा चुनौतियों से मुक़ाबले के बहाने लोगों को सज़ाए मौत देते हैं और लंबे समय तक जेलों में बंद रखते हैं।
पिछले वर्ष सऊदी अरब की तानाशाही सरकार ने लगभग 90 नागरिकों को सज़ाए मौत दी जबकि वर्ष 2015 में भी इस देश की सरकार ने 153 व्यक्तियों को मौत की सज़ा दी थी जो गत 20 वर्षों में अभूतपूर्व था।
सऊदी अरब की ओर से व्यापक स्तर पर सज़ाए मौत दिए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यूरोपीय मानवाधिकार संगठन ने कहा था कि सऊदी अरब की सरकार ने इस देश के इतिहास में सबसे बड़ा सामूहिक मृत्यु दंड दो जनवरी वर्ष 2016 को दिया था जिसमें 47 व्यक्तियों को मृत्यु दंड दिया गया था। (AK)