सीरिया संकट पर जेनेवा वार्ता का पहला दिन, विरोधी संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने डी मिस्तूरा से की मुलाक़ात
(last modified Wed, 29 Nov 2017 04:18:30 GMT )
Nov २९, २०१७ ०९:४८ Asia/Kolkata
  • सीरिया संकट पर जेनेवा वार्ता का पहला दिन, विरोधी संगठनों के प्रतिनिधिमंडल ने डी मिस्तूरा से की मुलाक़ात

सीरिया संकट पर जेनेवा-8 बैठक का पहला दिन मंगलवार को पूरा हुआ। पहले दिन सीरियाई सरकार के विरोधी संगठनों के प्रतिनिधिमंडल की मुलाक़ात सीरिया संकट में संयुक्त राष्ट्र संघ के विशेष दूत स्टीफ़न दी मिस्तूरा से हुई।

यह बैठक मंगलवार की शाम हुई जो दो घंटे तक चली लेकिन इसमें होने वाली बातचीत की कोई जानकारी मीडिया को नहीं दी गई है। बैठक के बाद विरोधी संगठनों का प्रतिनिधिमंडल मीडिया से कोई भी बातचीत किए बिना ही रवाना हो गया। प्रतिनिधिमंडल के प्रवक्ता यहया उरैज़ी ने बस इतना ही कहा कि मुलाक़ात अच्छी थी।

सीरियाई सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने अपना जेनेवा दौरा स्थगित करने की घोषणा पहले ही कर दी थी। सरकार का प्रतिनिधिमंडल बुधवार को जेनेवा पहुंच रहा है और दोपहर से बातचीत का दौर शुरू हो सकता है। यह भी घोषणा कर दी गई है कि सीरियाई सरकार के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व डाक्टर बश्शार जाफ़री कर रहे हैं जो संयुक्त राष्ट्र संघ में सीरिया के राजदूत हैं।

विरोधी संगठनों ने अपने एक बयान में राष्ट्रपति बश्शार असद को सत्ता से हटाने के बात कह दी थी जिसके बाद सीरियाई सरकार के प्रतिनिधिमंडल ने आपत्ति जताते हुए अपनी यात्रा विलंबित कर दी थी।

इस समय स्थिति यह है कि फ़्रांस और अमरीका जैसे सीरियाई राष्ट्रपति के मुखर विरोधियों को भी यक़ीन हो चुका है कि राष्ट्रपति बश्शार असद को सत्ता से नहीं हटाया जा सकता क्योंकि देश की जनता का बड़ा भाग और सभी संस्थाएं इस समय राष्ट्रपति असद का समर्थन कर रही हैं।

दूसरी ओर अमरीका के विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा कि सीरिया के विषय पर जेनेवा शांति वार्ता ही सीरिया संकट के समाधान का एक मात्र मंच है। उन्होंने कहा कि अब जब सीरिया में दाइश का अंत हो रहा है तो सबकी नज़रें सीरिया के गृह युद्ध के राजनैतिक समाधान पर केन्द्रित हो रही हैं।

ज्ञात रहे कि अमरीका और सऊदी अरब जैसे देशों ने आतंकी संगठनों की मदद से सीरिया की बश्शार असद सरकार का तख्ता उलटने की कोशिश की। यह कोशिश सात साल तक जारी रही लेकिन उन्हें विफलता ही हाथ लगी।

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