आयतुल्लाह ईसा क़ासिम का हुआ ऑपरेशन, स्वास्थ्य चिंताजनक
https://parstoday.ir/hi/news/west_asia-i65759-आयतुल्लाह_ईसा_क़ासिम_का_हुआ_ऑपरेशन_स्वास्थ्य_चिंताजनक
बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम का स्वास्थ्य अधिक बिगड़ जाने के बाद उन्हें बहरैनी सुरक्षाबलों ने एक अस्पताल में स्थानांतरित किया था, जिसके बाद गुरुवार रात उनका ऑपरेशन किया गया है।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Jun २९, २०१८ १७:०८ Asia/Kolkata
  • आयतुल्लाह ईसा क़ासिम का हुआ ऑपरेशन, स्वास्थ्य चिंताजनक

बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम का स्वास्थ्य अधिक बिगड़ जाने के बाद उन्हें बहरैनी सुरक्षाबलों ने एक अस्पताल में स्थानांतरित किया था, जिसके बाद गुरुवार रात उनका ऑपरेशन किया गया है।

प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार बहरैन के प्रसिद्ध विद्वान और वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम की अचानक ज़्यादा तबियत बिगड़ जाने के बाद, बहरैनी जनता के भारी विरोध और दबाव के आगे झकुती हुई इस देश की तानाशाह सरकार के सुरक्षाकर्मियों ने रविवार की रात उन्हें एम्बुलेंस के ज़रिए कड़े सुरक्षा घेरे में एक अस्पताल स्थानांतरित किया था। रविवार देर रात उनका स्वास्थ्य बिगड़ता देख अस्पताल के डॉक्टरों ने उनका ऑपरेशन किया है। डॉक्टरों के मुताबिक़ ऑपरेशन सफल हुआ है पर अभी शेख़ क़ासिम का स्वास्थ्य चिंताजनक है।

उल्लेखनयी है कि बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह ईसा क़ासिम का स्वास्थ्य कई महीनों से काफ़ी ख़राब है और दिन प्रतिदिन उनकी स्थिति चिंताजनक होती जा रही है पर इन सब के बवाजूद इस देश की तानाशाह आले ख़लीफ़ा सरकार उन्हें उनके ही घर में क़ैद किए हुए है। आले ख़लीफ़ा सरकार ने आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम पर झूठे आरोप लगाकर उनकी नागरिकता रद्द करके जून 2016 से घर में नज़रबंद किए हुए है। इस बीच बहरैन में सक्रीय मानवाधिकार संगठनों ने हाल ही में कहा था कि आले ख़लीफ़ शासन के अत्चारापूर्ण व्यवहार के कारण डॉक्टरों को आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम के इलाज में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

ज्ञात रहे कि बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम की इससे पहले भी एक बार काफ़ी तबियत बिगड़ने के बाद उनको अस्पताल ले जाया गया था जहां उनका आप्रेशन हुआ था, लेकिन उसके फ़ौरन बाद ही बहरैन की सुरक्षाबलों ने उनको फिर से उनके घर में क़ैद कर दिया था।

बहरैन में 14 फ़रवरी 2011 से जनप्रदर्शनों का क्रम जारी है और बहरैनी जनता इस देश की तानाशाह शाही सरकार की समाप्ति की मांग कर रही है। (RZ)