Pars Today
बहरैन के इस्लामी आंदोलन के नेता ने कहा है कि शाही सरकार, बहरैनी जनता को ग़ुलाम बनाने का प्रयास कर रही है।
बहरैन की क्रांति के नेता ने अपने एक भाषण में, इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता को समय का हुसैन बताया जो अनेक यज़ीदों के सामने खड़े हैं।
बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम का ईरान की राजधानी तेहरान के एक अस्पताल में उपचार हो रहा है।
बहरैन की विभिन्न हस्तियों और संगठनों ने इस देश के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम को इलाज के लिए विदेश भेजे जाने के आले ख़लीफ़ा सरकार के फ़ैसले को इस शासन की लाचारी बताया है।
बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम का स्वास्थ्य लगातार चिंताजनक बना हुआ है। इस बीच समाचार प्राप्त हो रहे हैं कि बहरैनी सरकार उन्हें देश से बाहर इलाज के लिए भेजने की तैयारी कर रही है।
बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम का स्वास्थ्य अधिक बिगड़ जाने के बाद उन्हें बहरैनी सुरक्षाबलों ने एक अस्पताल में स्थानांतरित किया था, जिसके बाद गुरुवार रात उनका ऑपरेशन किया गया है।
बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह शेख़ ईसा क़ासिम का स्वास्थ्य अधिक बिगड़ जाने के कारण उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू शेख़ ईसा क़ासिम का स्वास्थ्य ज़्यादा बिगड़ जाने के कारण उनको तुरंत एक अस्पतान में स्थानांतरित किया गया है।
बहरैन की राजधानी मनामा में इस देश के तानाशाही शासन के विरोध में हज़ारों लोगों ने व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आले ख़लीफ़ा शासन की अदालत द्वारा इस देश के युवाओं को दी गई मौत की सज़ा का कड़ा विरोध किया।
बहरैन के वरिष्ठ शिया धर्मगुरू आयतुल्ला शेख़ ईसा क़ासिम के समर्थन में 30 से अधिक शहरों में प्रदर्शन हुए।