बहरैन, सरकार तो इस्राईल के साथ लेकिन जनता इस्राईल की विरोधी
बहरैन के राजनैतिक दलों ने इस्राईल के साथ सांठगांठ ख़त्म करने की मांग की है।
बहरैन के राजनैतिक दलों और गुटों ने एक संयुक्त बयान जारी करके मनामा और इस्राईल के साथ संबंधों को सामान्य बनाने की प्रक्रिया की निंदा करते हुए आले ख़लीफ़ा सरकार से मांग की है कि वह इस्राईल के साथ समझौतों की अनदेखी करे।
इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार बहरैन के राजनैतिक दलों के बयान में आया है कि आश्चर्य की बात है कि अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों में नये हज़ारों घरों के निर्माण के साथ ही मनाना में इस्राईल के साथ समझौता हुआ।
बहरैन के राजनैतिक दलों ने यह बयान करते हुए कि इस्राईल एक अतिग्रहणकारी शासन है, आले ख़लीफ़ा शासन से मांग की है कि ज़ायोनी शासन के साथ सांठगांठ के विरोध में जनता की इच्छाओं का सम्मान करे।
बहरैन के राजनैतिक दलों ने सांठगांठ प्रक्रिया के विरोध में जनता के दृष्टिकोण की सराहना करते हुए बहरैनी जनता और देश के समस्त राजनैतिक दलों को आमंत्रित किया है कि वह इस्राईल के साथ सांठगांठ के विरोध के अपने दृष्टिकोण पर डटे रहें और फ़िलिस्तीनियों का समर्थन करते रहें।
ज्ञात रहे कि पिछले महीने संयुक्त अरब इमारात और बहरैन ने वाइट हाऊस में अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प और इस्राईली प्रधानमंत्री नेतनयाहू की उपस्थिति में इस्राईल के साथ संबंधों की स्थापना के समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। (AK)
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