मोसाद ने ईरान के मुक़ाबले में अपनी हार स्वीकार की
ज़ायोनी शासन की गुप्तचर सेवा मोसदा ने ईरान के मुक़ाबले अपनी अक्षमता को स्वीकार किया है।
लेबनान के समाचपरपत्र अलअख़बार की रिपोर्ट के अनुसार मोसाद ने ईरान के मुक़ाबले में अपनी पराजय को स्वीकार करते हुए रिपोर्ट में बताया है कि इस्राईल की वर्तमान स्थिति सन 2015 के मुक़ाबले में बहुत ख़राब है विशेषकर परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर के बाद।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मोसाद के अधिकारियों ने इस्राईल के प्रधानमंत्री नेतनयाहू को सचेत किया है कि ईरान ने अपनी सैन्य क्षमता को बढ़ाया है और क्षेत्र में उसका प्रभाव बढ़ा है।
मोसाद के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि इस समय इस्राईल की जो स्थिति है वह कभी भी इतनी बुरी नहीं थी। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि ईरान अपने वैज्ञानिक अनुभव को त्यागने वाला नहीं है जिसको उसके वैज्ञानिकों ने हासिल किया है।