अमरीका, ग्वान्तानामों बंदीगृह सहित अन्य गोपनीय बंदीगृहों को बंद करेः चीन
चीन ने अमरीका से मांग की है कि वह पूरी दुनिया में अपने गोपनीय बंदीगृहों को बंद करे।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमरीका का ग्वान्तानामो बंदीगृह, मानवाधिकारों के इतिहास में सबसे अंधकारमय बंदीगृह है।
वांग वेनबीन ने बताया कि अमरीका द्वारा 20 साल पहले बनाया गया सह बंदीगृह आज भी विश्व समुदाय के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
उन्होंने कहा कि इस ख़तरनाक बंदीगृह को बंद किये जाने के वादों के बावजूद अब भी वहां पर 39 बंदी मौजूद हैं जिनमें से किसी पर भी कोई आरोप नहीं सिद्ध हुआ है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार अमरीका ने अफ़ग़ानिस्तान और इराक़ सहित विश्व के कई देशों में अपने गोपनीय बंदीगृह बना रखे हैं जहां पर लोगों को बंद करके यातनाएं दी जाती हैं। उनका कहना था कि इस प्रकार के बंदीगृहों की मौजूदगी, बताती है कि अमरीका की ओर से मानवाधिकारों का नारा बिल्कुल खोखला है।
उल्लेखनीय है कि 11 सितंबर सन 2001 की घटना के बाद अमरीका ने क्यूबा के दक्षिण पूर्व में ग्वांतानामो नामक खाड़ी में एक बंदीगृह बनाया था।
अमरीका का यह दावा है कि आतंकवादियों का समर्थन करने के आरोपियों को ग्वानतानामो में रखा जाता है। अमरीका के ग्वानतानामो नामक बंदीगृह में दी जाने वाली विभिन्न प्रकार की भयानक यातनाओं के कारण यह पूरी दुनिया में बदनाम है।
अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने चुनाव प्रचार के दौरान ग्वानतानामों बंदीगृह को बंद करवाने का वाद किया था किंतु इस बारे में उन्होंने अबतक कोई भी क़दम नहीं उठाया है।