उभरती अर्थ व्यवस्थाओं के संगठन ब्रिक्स के सदस्य देशों की नए सदस्यों को स्वीकार करने पर सहमति
दक्षिणी अफ़्रीक़ा की विदेश मंत्री नालीदी बांदोर ने कहा कि ब्रिक्स संगठन के देशों ने उस फ़्रेमवर्क पर सहमति कर ली है जिसके तहत नए सदस्यों को संगठन में शामिल किया जा सकेगा।
उन्होंने कहा कि विस्तार के मुद्दे पर सहमति बन गई है और हमने संगठन में शामिल होने में रूचि लेने वाले देशों के आवेदनों पर चर्चा की जो सार्थक रही। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन समाप्त होने से पहले संगठन के विस्तार के बारे में और भी डिटेल बयान की जाएगी।
ब्रिक्स देशों ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि डालर का वर्चस्व विश्व अर्थ व्यवस्था में कम किया जाए और बहुध्रुवीय व्यवस्था को मज़बूत किया जाए।
संगठन में शामिल होने के लिए नए सदस्यों को प्रोत्साहन भी दिया जाएगा और संगठन दुनिया के दक्षिणी भाग को मज़बूत करने पर अपनी योजनाएं केन्द्रित करना चाह रहा है।
दक्षिणी अफ़्रीक़ा के जोहानेसबर्ग में ब्रिक्स की बैठक 22 से 24 अगस्त तक हो रही है।
दक्षिणी अफ़्रीक़ा के अधिकारियों का कहना है कि 40 से अधिक देशों ने ब्रिक्स में शामिल होने में अपनी रूचि ज़ाहिर की है जबकि ईरान सहित 22 देशों ने औपचारिक रूप से मांग कर दी है कि उन्हें ब्रिक्स में शामिल किया जाए।
रूस के राष्ट्रपति व्लादमीर पुतीन ने इस बैठक में वीडियो कांफ़्रेंसिंग के माध्यम से हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में डालर से पीछा छुड़ाने की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है इसमें वापसी का कोई सवाल नहीं है। पुतीन ने व्यापार के क्षेत्र में उठाए गए ब्रिक्स के क़दमों की सराहना की।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा कि दुनिया में बड़ा विभाजन देखने में आ रहा है ब्रिक्स के देशों को चाहिए कि कूटनीति के माध्यम से विवादों को हल करने की कोशिश करें।
शी जिनपिंग ने ब्रिक्स के नेताओं को एकजुट हो जाने और दुनिया में समस्याओं के दौर का मिलकर सामना करने की दावत दी।
ब्राज़ील के राष्ट्रपति लूला डिसिल्वा ने कहा कि शीत युद्ध वाली सोच का वापस ब जाना दुनिया के सामने गंभीर चुनौती है। उन्होंने कहा कि मानवीय सहायताओं के मुक़ाबले में हथियारों पर बहुत ज़्यादा बजट ख़र्च किया जाने लगा है।
दक्षिणी अफ़्रीक़ा के राष्ट्रपति सीरील रामाफ़ोज़ा ने कहा कि दुनिया बड़े बदलाव देख रही है जिसकी वजह से अधिक सहयोग और सुधार की ज़रूरत है।
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना था कि उनका देश ब्रिक्स के विस्तार का समर्थन करता है, सदस्य देशों के बीच रिश्ते बढ़ें।
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए