क्या यूरोप, दुनिया में अमेरिकी डॉलर का एक मज़बूत विकल्प बन सकता है?
यूरोपीय सेंट्रल बैंक के अध्यक्ष ने कहा कि यूरो, दुनिया में अमेरिकी डॉलर का एक मज़बूत विकल्प बन सकता है।
अंतर्राष्ट्रीय बैंक और निवेश कोष प्रबंधकों ने चेतावनी दी है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प की अस्थिर नीतियों और व्यापार बाधाओं में वृद्धि के कारण, डॉलर की स्थिति ख़तरे में है।
पार्स टुडे के अनुसार, यूरोपीय सेंट्रल बैंक की अध्यक्ष क्रिस्टीन लेगार्ड ने पिछले सप्ताह घोषणा की कि अगर 20 सदस्य देशों वाला यूरोज़ोन, अपने वित्तीय और सुरक्षा ढांचे में सुधार करे, तो यह मुद्रा दुनिया में अमेरिकी डॉलर का एक शक्तिशाली विकल्प बन सकती है।
लेगार्ड ने इस बात पर ज़ोर दिया कि वाशिंगटन की आर्थिक नीतियों के कारण, वैश्विक निवेशक डॉलर पर अपनी निर्भरता पर पुनर्विचार करने को मज़बूर हो गए हैं। उन्होंने आगे कहा: वर्तमान घटनाक्रमों से, यूरो के वैश्वीकरण के लिए मार्ग प्रशस्त हुआ है। लेकिन यूरो स्वतः ही प्रभुत्व हासिल नहीं कर सकता, इसके लिए उसे संघर्ष करना होगा।
लेकिन कहानी यहीं ख़त्म नहीं होगी, क्योंकि इस रिपोर्ट के अनुसार, यूरो भी कुछ इसी तरह की समस्याओं का सामना कर रहा है। चूंकि 2022 में यूक्रेन युद्ध के जवाब में रूस पर पश्चिमी प्रतिबंध लगाए गए थे, इसलिए मॉस्को और उसके व्यापारिक साझेदारों ने राष्ट्रीय मुद्राओं के पक्ष में डॉलर और यूरो के उपयोग को तेज़ी से त्याग दिया है।
आधिकारिक रूसी आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले वर्ष ब्रिक्स सदस्यों के साथ रूस का 90 प्रतिशत व्यापार स्थानीय मुद्राओं में हुआ था। msm