क्या ईसाई जायोनिज़्म एक ब्रेन वायरस है?
-
प्रसिद्ध अमेरिकी टीवी होस्ट टकर कार्लसन
पार्सटुडे - वेटिकन में ईरान के राजदूत ने ईसाई जायोनियों के उदय के बारे में चेतावनी दी है।
पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार, वेटिकन में ईरान के राजदूत हुज्जतुल इस्लाम वलमुस्लेमीन मोहम्मद हुसैन मुख्तारी ने धार्मिक समुदायों की एक प्रमुख चुनौती को पवित्र ग्रंथों की चरम व्याख्याएं बताया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मुस्लिम दुनिया में तकफीरी समूहों ने कुरान और पैगंबर मोहम्मद (स) की परंपाओं की गलत व्याख्या के साथ उदय किया, उसी प्रकार ईसाई दुनिया में ईसाई जायोनी जैसे ग्रुप बाइबिल की चरम व्याख्याओं के साथ उभरे हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा कि मुस्लिम और ईसाई विद्वानों के बीच सहयोग इन चरम विचारों से मुकाबला करने और युवा पीढ़ी को उनके हानिकारक प्रभावों से बचाने में मदद कर सकता है। हुज्जतुल इस्लाम वल मुस्लेमीन मोहम्मद हुसैन मुख्तारी ने धार्मिक शिक्षण संस्थानों की शैक्षणिक और शोध क्षमताओं का हवाला देते हुए, वेटिकन के साथ सहयोग को धर्मों के बीच रणनीतिक और स्थायी संबंधों की आधारशिला बताया और आधुनिक दुनिया में आध्यात्मिक संकट और शून्यवाद का मुकाबला करने का मार्ग बताया। वेटिकन में ईरान के राजदूत ने कहा कि संयुक्त मीडिया उत्पादन, धार्मिक शिक्षा के प्रसार में डिजिटल क्षमताओं का उपयोग, और वैश्विक शांति को बढ़ावा देने के प्रयास सहयोग के विस्तार योग्य क्षेत्र हैं।
ईसाई जायोनिज़्म या ब्रेन वायरस
इसी बीच, प्रसिद्ध अमेरिकी टीवी होस्ट टकर कार्लसन ने भी ईसाई जायोनिज़्म की कड़ी आलोचना की। इस प्रसिद्ध होस्ट ने कहा कि ईसाई जायोनिज़्म एक "ब्रेन वायरस" है जिसने राजनेताओं को जकड़ रखा है। कार्लसन ने "ईसाई जायोनियों" के फैलाव को "ईसाई धर्म में एक खतरनाक विधर्म" बताया और कहा कि "ईसाई जायोनिज़्म" ने हज़रत ईसा मसीह (अ) में वास्तविक विश्वास में फेर बदल कर दिया है और इसे युद्धोन्मुखी नीतियों के लिए एक उपकरण बना दिया है। (AK)
हमारा व्हाट्सएप ग्रुप ज्वाइन करने के लिए क्लिक कीजिए
हमारा टेलीग्राम चैनल ज्वाइन कीजिए