ट्रम्प द्वारा ग्वांतानामो जेल को बंद किए जाने का विरोध
ग्वांतानामो जेल पर होने वाली सभी आलोचनाओं को दिरकिनार करते हुए अमरीका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने इस सबसे कुख्यात जेल को बंद किए जाने का कड़ा विरोध किया है।
ट्रम्प ने अपने चुनावी अभियान में भी कई बार बल देकर कहा था कि ग्वांतानामो जेल को न केवल यह कि बंद नहीं किया जाएगा बल्कि उसके क़ैदियों की संख्या में वृद्धि भी की जाएगी। निर्वाचित होने के बाद अब उन्होंने एक बार फिर ग्वांतानामो जेल बंद करने या उसके बंदियों को अन्य देशों में स्थानांतरित किए जाने का विरोध किया है। ट्रम्प का दावा है कि ग्वांतानामो के क़ैदी ख़तरनाक हैं और रिहा किए जाने या अन्य देशों में भेजे जाने के बाद वे फिर से लड़ाई के मैदान में कूद सकते हैं। ट्रम्प ने इसी प्रकार दावा किया कि ग्वांतानामो के क़ैदियों को जेल में बंद रखना, आतंकवाद से संघर्ष के संबंध में अमरीका के गंभीर संकल्प का सूचक है।
अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने वाइट हाउस में अपने प्रवेश के समय घोषणा की थी कि ग्वांतानामो जेल, अमरीका की राष्ट्रीय सुरक्षा को कमज़ोर बना रही है और उस पर बहुत अधिक बजट ख़र्च हो रहा है अतः वे इस जेल को बंद कर देंगे। लेकिन इस जेल को अब तक बंद नहीं किया गया है और ओबामा का दावा है कि कांग्रेस इसमें बाधक है। अलबत्ता मानवाधिकार संगठनों की आलोचनाओं के कारण ओबामा, ग्वांतानामो जेल के अनेक बंदियों को अन्य देशों में स्थानांतरित करने पर विवश हो गए लेकिन 2017 के प्रतिरक्षा बजट में, इस जेल की स्थिति में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है और ग्वांतानामो के क़ैदियों को अमरीका न ले जाने की नीति अब भी जारी है। बहरहाल विश्व समुदाय की आलोचनाओं के बावजूद अमरीकी अधिकारी एेसी स्थिति में कुख्यात ग्वांतानामो जेल की गतिविधियां जारी रखने पर बल दे रहे हैं कि जब अमरीका अपने आपको पूरे संसार में मानवाधिकार का सबसे बड़ा रक्षक बताते नहीं थकता। (HN)