रूसी विदेशमंत्री की अमेरिका यात्रा समाप्त
कई वर्षों के दौरान रूसी विदेशमंत्री की अमेरिका की यह पहली यात्रा है।
रूस के विदेशमंत्री सर्गेई लावरोफ़ की अमेरिका यात्रा 11 मई को सम्पन्न हो गयी। इस यात्रा के दौरान उन्होंने अमेरिका के अपने समकक्ष रेक्स टेलरसन और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से परस्पर रुचि के विषयों विशेषकर सीरिया परिवर्तन और दोनों देशों के आगामी संबंधों के बारे में विचारों का आदान- प्रदान किया।
उनकी इस यात्रा का लक्ष्य सीरिया में तनाव कम करने के लिए बनाये जाने वाले क्षेत्रों के प्रति अमेरिकी समर्थन को प्राप्त करना बताया गया है।
पिछले चार वर्षों के दौरान यूक्रेन और सीरिया संकट को लेकर अमेरिका और रूस के संबंधों में तनाव अपने शिखर पर पहुंच गये हैं और इन वर्षों के दौरान रूसी विदेशमंत्री की अमेरिका की यह पहली यात्रा है।
यद्यपि डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता काल में रूस और अमेरिका के संबंधों के बेहतर होने की अपेक्षा के बावजूद विभिन्न कारणों से ट्रंप सरकार ने रूस के संबंध में बराक ओबामा की सरकार की भांति दृष्टिकोण अपना रखा है।
इसी कारण दोनों देशों के संबंधों के बेहतर होने की संभावना दिन -प्रतिदिन कम होती जा रही है।
मॉस्को अमेरिका के साथ संबंधों के नये सिरे से बेहतर होने की अपेक्षा रखता है परंतु मौजूद साक्ष्य इस बात के सूचक हैं कि हालात रूसी अपेक्षा की उल्टी दिशा में जा रहे हैं।
वास्तव में अमेरिका ने पश्चिम के अगुवा व मुखिया देश के रूप में विभिन्न क्षेत्रों में रूस विरोधी नीतियां अपना रखी हैं। अमेरिका ने यूरोप महाद्वीप में अपनी सैनिक उपस्थिति को मजबूत करने के लिए सैनिक बजट में वृद्धि कर दी है।
अमेरिका यूक्रेन संकट और यूरोप के पूरब में नैटो की सैनिक उपस्थिति को मजबूत करने के बाद यूरोप के अपने दूसरे घटक देशों के साथ इस महाद्वीप के पूरब और काला सागार में अपनी सैनिक उपस्थिति को मजबूत बना रहा है।
इसके अलावा अमेरिका रूस की सैनिक क्षमता को सदैव अपने और अपने यूरोपीय घटकों की सुरक्षा के लिए गम्भीर खतरा बताता है।
बहरहाल रूसी विदेशमंत्री का मानना है कि मॉस्को और वाशिंग्टन को अपना ध्यान उन विषयों पर केन्द्रित करना चाहिये जिनके संबंध में कम संवेदनशीलता पायी जाती है और दोनों देशों के मध्य उनके संबंध में समान दृष्टिकोण पर पहुंचने की अपेक्षा अधिक है। MM