पश्चिमी एशिया में नए विवाद पैदा करने की अमरीकी धमकी
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अमरीका के दो वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने कहा है कि उनकादेश पश्चिमी एशिया के इलाक़े में अशांति फैलाने की गंभीरता से कोशिश कर रहा है।
(last modified 2023-04-09T06:25:50+00:00 )
Oct २०, २०१७ २०:१० Asia/Kolkata
  • पश्चिमी एशिया में नए विवाद पैदा करने की अमरीकी धमकी

अमरीका के दो वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों ने कहा है कि उनकादेश पश्चिमी एशिया के इलाक़े में अशांति फैलाने की गंभीरता से कोशिश कर रहा है।

अमरीकी गुप्तचर संस्था सीआईए के निदेशक माइ पोम्पियो और राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल हर्बर्ट रेमोंड मैकमिस्टर ने ईरान को इलाक़े के लिए तत्कालिक ख़तरा बातया और ईरान के विरुद्ध क्षेत्रीय व अंतर्राष्ट्रीय गठबंधन तैयार करने की कोशिशों की सूचना दी। इन दोनों अधिकारियों ने ईरान के परमाणु समझौते की आलोचना करते हुए कहा कि अमरीका क्षेत्रीय स्तर पर ईरान की गतिविधियों और उसकी रक्षा क्षमता के विस्तार पर अंकुश लगाएगा।

यह बयान एसी स्थिति में दिए गए हैं कि जब दाइश की लगातार पराजय से यह महसूस होने लगा है कि पश्चिमी एशिया का इलाक़ा अमरीका और उसके घटकों की दो दशकों की सामरिक गतिविधियों के बाद आख़िरकार अब शांति व स्थिरता की ओर बढ़ रहा है। इस शांति व स्थिरता का सबसे अधिक क्रेडिट इस्लामी गणतंत्र ईरान को जाता है जिसने अरब और पश्चिमी देशों के गठबंधन की गुप्त व विदित सहायता से काम करने वाले आतंकी संगठन दाइश पर नकेल कसने में निर्णायक भूमिका निभाई। अमरीका के नेतृत्व वाले इस गठजोड़ को यह चिंता सता रहा है कि दाइश के ख़त्म हो जाने के बाद यह पूरा इलाक़ा, जैसा कि दावा किया जा रहा है, ईरान के नियंत्रण में चला जाएगा।

दो दशकों के अनुभावों से यह साबित होता है कि अफ़ग़ानिस्तान, इराक़ और सीरिया में अस्थिरता फैलाने वाले तत्वों से निपटने में ईरान की भूमिका निर्णायक रही है जबकि इस बीच अमरीका का यह रवैया रहा है कि जब ईरान की मदद से किसी बड़े ख़तरे को कुचला गया है तो उसके तत्काल बाद वाशिंग्टन ने सीधे ईरान पर आरोप लगाए हैं।

बोन और बग़दाद में जो सम्मेलन हुए उनके बाद भी अमरीका ने यही हरकत की थी और अब इस समय दाइश का अंत हो जाने के बाद भी अमरीका ईरान के विरुद्ध निराधार दावे कर रहा है।

इसके बावजूद मध्यपूर्व में ईरान की स्थिति अमरीका या किसी भी अन्य देश की इच्छा और मदद की मुहताज नहीं है। ईरान ने इलाक़े में जो पैठ बना ली है वह ईरान की राष्ट्रीय क्षमता तथा क्षेत्र के राष्ट्रों के सामने ईरान की ओर से पेश किए गए अच्छे उदाहरणों का परिणाम है।

अमरीका तथा क्षेत्र में उसके घटकों जैसे इस्राईल और सऊदी अरब के हितों के लिए पश्चिमी एशिया के इलाक़े में शांति व स्थिरता विपरीत परिस्थितियों उत्पन्न कर देती है, इसी लिए वह क्षेत्र के राष्ट्रों को अलग अलग बहानों से विवादों में उलझाए रखना चाहते हैं।