वार्सा बैठक और पोलिश विदेशमंत्री का बयान
(last modified Tue, 22 Jan 2019 09:48:28 GMT )
Jan २२, २०१९ १५:१८ Asia/Kolkata

अमरीका ईरान के विरुद्ध अपनी गतिविधियों के तहत पोलैंड की राजधानी वार्सा में 13 और 14 फ़रवरी 2019 को होने वाली वार्सा कांफ़्रेंस का शीर्षक "मध्यपूर्व में शांति और सुरक्षा" क़रार देने का इरादा रखता है।

वाशिंग्टन की इस घोषणा के बावजूद कि वार्सा कांफ़्रेंस में दुनिया के दसियों देशों के विदेशमंत्री भाग लेंगे, दुनिया के बहुत से देशों की सरकारों ने पिछले दिनों घोषणा की कि वह इस कांफ़्रेंस में भाग नहीं लेंगी। मध्यपूर्व और सीरिया के मोर्चे पर इस समय मुख्य खिलाड़ी रूस है और स्वभाविक रूप से इस कांफ़्रेंस में मास्को की उपस्थिति के बिना, अमरीका के विदेशमंत्री माइक पोम्पियो सहित अमरीकी अधिकारी, ईरान के क्षेत्रीय प्रभावों और तेहरान की नीतियों से मुक़ाबले सहित वार्सा कांफ़्रेंस में चर्चा किए जाने वाले मुद्दों पर अंतर्राष्ट्रीय सहमति का दावा नहीं कर सकते।

यह वह बात है जिसको इस बैठक की मेज़बानी करने वाली पोलैंड की सरकार ने भी स्वीकार किया है। पोलैंड के विदेशमंत्री यात्सिक जापोतोविच ने वार्सा बैठक में रूस के उपस्थित न होने पर खेद प्रकट करते हुए कहा कि मास्को की उपस्थिति के बिना इस कांफ़्रेंस की सफलता की आशा नहीं की जा सकती। उनका कहना था कि रूस मध्यपूर्व के हालात में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है और वार्सा बैठक में मास्को की उपस्थिति के बिना, इस बैठक की सफलता की अपेक्षा नहीं की जा सकती।

एेसा प्रतीत हो रहा है कि यूरोपीय संघ और पूर्वी यूरोप में अमरीका के मुख्य घटक के रूप में पोलैंड जिसने हमेशा से वाशिंग्टन के ईरान विरोधी दृष्टिकोणों का समर्थन किया है, अब वाशिंग्टन की मध्यपूर्व की नीतियों की परिधि में अमरीकी योजनाओं को लागू करने के प्रयास कर रहा है। इस संबंध में पोलिश विदेशमंत्री ने दावा किया कि यूरोपीय संघ मध्यपूर्व के क्षेत्र में अमरीका का विरोध नहीं कर सकता।

दूसरी ओर यूरोपीय संघ की विदेश नीति प्रभारी फ़ेडरिका मोग्रेनी और रूस सहित बहुत से देशों ने वार्सा बैठक में भाग लेने ने इनकार कर दिया है। फ़ेडरिका मोग्रेनी ने सोमवार को ब्रसल्ज़ में यूरोपीय संघ के विदेशमंत्रियों की बैठक के अवसर पर कहा कि वह वार्सा बैठक में भाग लेने के बजाए अदीसबाबा में यूरोपीय संघ की बैठक में भाग लेंगी। फ़्रांस ने कहा है कि इस बैठक में निम्न स्तर पर भाग लिया जाएगा जबकि जर्मनी और ब्रिटेन ने भाग लेने के लिए अब तक अपनी तत्परता की घोषणा नहीं की है।

रूस के विदेशमंत्री सर्गेई लावरोफ़ ने इससे पहले घोषणा की थी कि मास्को को वार्सा बैठक में भाग लेने के लिए आधिकारिक निमंत्रण मिल गया जिसका प्रबंध अमरीका ने किया है किन्तु मास्को का मानना है कि इस प्रकार की बैठक मध्यपूर्व के मामलों के समाधान में सहायक सिद्ध नहीं होगी।

वाॅल स्ट्रीट जरनल समाचार पत्र के अनुसार अमरीका की ईरान विरोधी वार्सा बैठक में यूरोपीय देश भाग न लेने का प्रयास कर रहे हैं। (AK)