राष्ट्रसंघ ने रोहिंग्या मुसलमानों के लिए सहायता का आह्वान किया
संयुक्त राष्ट्रसंघ ने बांग्लादेश में शरणार्थी रोहिंग्या मुसलमानों के लिए वित्तीय सहायता का आह्वान किया है।
राष्ट्रसंघ ने एक रिपोर्ट में घोषणा है कि बांग्लादेश में नौ लाख से अधिक म्यांमार के रोहिंग्या मुसलमानों को एक अरब डालर की मानवता प्रेमी सहायता की ज़रूरत है।
राष्ट्रसंघ की रिपोर्ट में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ होने वाली हिंसा व व्यवहार को मानवता के विरुद्ध अपराध का नाम दिया गया है और म्यांमार के जिन सैनिक कमांडरों पर रोहिंग्या मुसलमानों के जनसंहार का आरोप है उन पर मुकद्दमा चलाये जाने का आह्वाना किया गया है परंतु म्यांमार की सरकार ने राष्ट्र संघ की रिपोर्ट को रद्द करते हुए रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ इस देश के सैनिकों की कार्यवाहियों का समर्थन किया है। यद्यपि म्यांमार में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ होने वाली हिंसा इस समय कम हो गयी है परंतु म्यांमार से जो रिपोर्टें प्राप्त हो रही हैं वे इस बात की सूचक हैं कि रोहिंग्या मुसलमानों की हत्या और उनके खिलाफ हिंसा अब भी जारी रही है।
वर्ष 2012 में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हिंसा का पहला दौर आरंभ हुआ था और वर्ष 2017 में साढ़े सात लाख से अधिक रोहिंग्या मुसलमान म्यांमार से बांग्लादेश भाग गये थे जो इस समय बहुत ही बुरी स्थिति में बांग्लादेश में शरणार्थी का जीवन बिता रहे हैं।
यह स्थिति इस दृष्टि से अधिक चिंताजनक है क्योंकि इसमें कई लाख बच्चे भी हैं जिन्हें उचित भोजन और स्वास्थ्य सेवाओं की आवश्यकता है।
इस विषम स्थिति में मानवाधिकार की रक्षा करने वालों की चुप्पी प्रश्नजनक है। इस परिस्थिति में बांग्लादेश की सरकार ने बारमबार चीन और भारत से भी मांग की थी कि वे अपने प्रभाव का प्रयोग करके म्यांमार की सरकार पर दबाव डालें ताकि रोहिंग्या मुसलमानों की हत्या और जनसंहार को रोका जा सके परंतु आज तक उसकी मांग निरुत्तर रही।
बांग्लादेश और म्यांमार की सरकार के मध्य होने वाली सहमति के अनुसार रोहिंग्या मुसलमानों के एक दल को म्यांमार के राखीन प्रांत लौट जाना चाहिये परंतु अब तक इस संबंध में कोई व्यवहारिक कदम नहीं उठाया गया और ढ़ाका सरकार की आपत्ति जताने के बावजूद रोहिंग्या मुसलमान एसे ही पड़े हैं।
बहरहाल रोहिंग्या मुसलमानों को अपेक्षा है कि राष्ट्रसंघ अपने प्रभाव का प्रयोग करके गम्भीर रूप से उनकी समस्याओं के समाधान का प्रयास करेगा। MM