महिंदा राजपक्षे की पार्टी एसएलपीपी को मिला भारी बहुमत
भारत विरोधी महिंदा राजपक्षे की पार्टी एसएलपीपी को चुनावी परिणामों में भारी बहुमत मिला है।
संचार माध्यमों के अनुसार श्रीलंका के आम चुनावों में इस देश की पीपुल्स पार्टी (एसएलपीपी) ने जबर्दस्त जीत हासिल की है। एसएलपीपी को 225 सीटों में से 145 पर जीत मिली हैं। सहयोगी दलों के साथ एसएलपीपी ने कुल 150 सीटों पर कब्जा किया है। इन नतीजों के बाद अब महिंदा राजपक्षे, प्रधानमंत्री बने रहेंगे। एसएलीपीपी को चीन का समर्थक और भारत विरोधी माना जाता है। श्रीलंका में चीन ने इंफ्रास्ट्रक्चर में काफी निवेश किया है।
ज्ञात रहे कि श्रीलंका में बुधवार को चुनाव हुए थे। गुरुवार को काउंटिंग शुरू हुई थी। शुक्रवार सुबह आधिकारिक तौर पर नतीजों का ऐलान किया गया। महिंदा राजपक्षे की पार्टी ने 9 महीने पहले राष्ट्रपति चुनाव भी जीता था जिसके बाद उनके छोटे भाई गोतबाया राजपक्षे ने 18 नवंबर 2019 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी।
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका में कुल 225 संसदीय सीटें हैं। वहां पर बहुमत के लिए 113 सीटें जरूरी होती हैं। यहां पर196 सीटों के लिए वोट डाले जाते हैं जबकि बाकी 29 सीटों पर जीत-हार का फैसला हर पार्टी को मिले वोटों के आधार पर होता है। श्रीलंका में करीब 1 करोड़ 60 लाख मतदाता हैं। श्रीलंका में आम चुनाव पहले 25 अप्रैल को होने थे, लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए इसकी तारीख 20 जून कर दी गई थी जिसको बाद में बदलकर 5 अगस्त कर दिया गया।
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