Jun २२, २०१६ १५:४५ Asia/Kolkata
  • इमाम हसन अलैहिस्सलाम

इमाम हसन अलैहिस्सलाम

जो अपने भाइयों और मित्रों को तुच्छ समझे और उनकी उपेक्षा करे उसका बड़प्पन मर चुका है।