रविवार - 29 दिसम्बर
29 दिसम्बर सन 178 ईसवी को पश्चिमी तुर्की का इज़मीर नगर एक भीषण भूकम्प में पूर्णत: नष्ट हो गया और समुद्र तट पर स्थित इस शहर के आधे लोग मारे गये। उस समय इस क्षेत्र पर रोम का अधिकार था। रोम के तत्कालीन शासक मारकोस ऑरेलीयस ने इस नगर का पुनर्निमार्ण कराया।
1911: सुन यात सेन को नए चीन गणतंत्र का राष्ट्रपति घोषित किया गया. चीन में आम जनता और साम्यवादी कार्यकर्ता उन्हें चीन गणतंत्र का राष्ट्रपिता मानते हैं।
1975: ब्रिटेन में एक ऐतिहासिक क़ानून लागू हुआ जिसके तहत समाज में और नौकरी की जगहों पर महिलाओं को पुरुषों के समान वेतन और दर्जा दिया जाना अनिवार्य हो गया।
1984: कांग्रेस ने स्वतंत्र भारत के इतिहास में सबसे भारी बहुमत से संसदीय चुनाव जीता था. इस चुनाव में 28 सीटें जीतकर तेलुगु देसम सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी के तौर पर उभरी।
1530ः मुग़ल शासक बाबर के बेटा हुमायूं उसका उत्राधिकारी बना।
1975ः ब्रिटेन में महिलाओं और पुरषों के समान अधिकार का क़ानून लागू हुआ।
29 दिसम्बर सन 1889 ईसवी को लैटिन अमरीका की प्रसिद्ध महिला लेखक व कावित्री गैबरीला मीस्ट्रल का चिली में जन्म हुआ। उनकी रचनाओं में मॉ के प्रति स्नेह को स्पष्ट रुप से देखा जा सकता है। वे लैटिन अमरीका की पहली महिला थीं जिन्हें साहित्य सेवा के लिए 1945 में नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
29 दिसम्बर सन 1937 ईसवी को ब्रिटेन की सरकार और आयरलैंड के नेताओं के बीच एक समझौते पर ह्स्ताक्षर हुए किंतु द्वितीय विश्व युद्ध के आरंभ हो जाने के कारण ब्रिटेन की सरकार ने इस समझौते को क्रियान्वित नहीं किया। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सन 1949 ईसवी में दक्षिणी आयरलैंड ने औपचारिक रुप से अपनी स्वतंत्रता की घोषणा की। यह स्वतंत्रता आयरलैंड के संघर्षकर्ताओं के 8 शताब्दियों के कठिन परिश्रम का प्रतिफल थी। उल्लेखनीय है कि ब्रिटिश सरकार ने आयरलैंड की स्वतंत्रता का मार्ग बंद करने के लिए इस क्षेत्र के कैथोलिक ईसाइयों को कुछ प्रशासनिक अधिकार दिए किंतु उत्तरी आयरलैंड के 6 राज्यों पर, जहॉ प्रोटेस्टेन्ट ईसाइयों की संख्या अधिक थी, लंदन का नियंत्रण उसी प्रकार बना रहा। इसी कारण इस क्षेत्र के कैथोलिक ईसाई ब्रिटेन के नियंत्रण को समाप्त करने तथा उत्तरी आयरलैंड को दक्षिणी आयरलैंड से जोड़ने के लिए संघर्षरत हैं।
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2 जमादिउल अव्वल सन 391 हिजरी क़मरी को ईरानी कवि अबू इसहाक़ केसाई मरवज़ी का निधन हुआ। वे सन 341 हिजरी क़मरी में प्रचीन ईरान में जन्में। उनका काल सामानी शासन के पतन और ग़ज़नवी शासन के उदय का समय था अत: इस शायर ने इन दोनों राजवंशों के बारे में शेर लिखे हैं। मरवज़ी ने पैग़म्बरे इस्लाम (स) और उनके परिजनों विशेषकर हज़रत अली अ के बारे में बहुत अधिक शेर लिखे हैं।
मरवज़ी ने अपनी शायरी में प्रशंसा के साथ ही उपदेश पर आधारित बाते भी बयान की हैं।
उनका काव्य संकलन अब भी सुरक्षित है।
2 जमादिउल अव्वल वर्ष 413 हिजरी क़मरी को मुसलमान साहित्यकार एवं सुलेखक अबुल हसन अली बिन हेलाल बग़दादी का निधन हुआ। उन की उपाधि इब्ने बवान थी, इब्ने बवान की सुन्दर हस्तलिपि थी, उन्होंने प्रसिद्ध सुलेखक इब्ने मुक़ला के सुलेखक शैली के आधार पर इस कला में कुछ नए नियम बनाए। इस दक्ष सुलेखक की रचनाओं में अति मूल्यवान हस्तलिखित क़ुरआने मजीद है जो ब्रिटेन में है।