इराक़ची: ईरान का परमाणु विज्ञान बमबारी से नष्ट नहीं होगा
(last modified Tue, 01 Jul 2025 12:15:46 GMT )
Jul ०१, २०२५ १७:४५ Asia/Kolkata
  • ईरानी विदेश मंत्री सैयद अब्बास इराक़ची
    ईरानी विदेश मंत्री सैयद अब्बास इराक़ची

पार्स टुडे: ईरान के विदेश मंत्री ने बल देकर कहा कि "संवर्धन प्रौद्योगिकी और ज्ञान को बमबारी से नष्ट नहीं किया जा सकता।

साथ ही उन्होंने कहा कि ईरान का शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम राष्ट्रीय गौरव और सम्मान का प्रतीक बन गया है।

 

ईरानी विदेश मंत्री सैयद अब्बास इराक़ची ने सीबीएस न्यूज़ के साथ एक साक्षात्कार में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के इस दावे के बारे में बात की कि ईरान के साथ वार्ता इस सप्ताह फ़िर से शुरू हो सकती है। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि वार्ता जल्दी फिर से शुरू होगी।

 

उन्होंने आगे कहा कि वार्ता फिर से शुरू करने का निर्णय लेने से पहले, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि अमेरिका वार्ता के दौरान फिर से हमें सैन्य हमलों का लक्ष्य नहीं बनाएगा। मुझे लगता है कि इन सभी पहलुओं को देखते हुए हमें अभी और समय चाहिए।

 

ईरानी विदेश मंत्री ने आगे कहा कि राजनीति के दरवाज़े कभी बंद नहीं होंगे।

परमाणु संयंत्रों के संबंध में अमेरिकी दावों पर इराक़ची की प्रतिक्रिया:

कोई भी बमबारी से संवर्धन प्रौद्योगिकी और ज्ञान को नष्ट नहीं कर सकता। अगर हम चाहें और ऐसी इच्छाशक्ति मौजूद है तो हम इस उद्योग में फिर से तेज़ी से आगे बढ़ सकते हैं और नुकसान व खोए हुए समय की भरपाई कर सकते हैं।

 

यूरेनियम संवर्धन की निरंतरता के बारे में: ईरान का शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम राष्ट्रीय गौरव और सम्मान का प्रतीक बन गया है। हमने 12 दिन के थोपे गए युद्ध का भी सामना किया है इसलिए लोग आसानी से संवर्धन से पीछे नहीं हटेंगे।

 

आत्मरक्षा क्षमता पर ज़ोरः 12-दिवसीय युद्ध के दौरान हमने साबित कर दिया कि हम स्वयं का बचाव कर सकते हैं। अगर हम पर हमला होता है तो हम अपनी रक्षा करते रहेंगे।

 

ज़ायोनी शासन ने 13 जून को अंतर्राष्ट्रीय कानून और ईरान की संप्रभुता का खुला उल्लंघन करते हुए तेहरान सहित विभिन्न शहरों और परमाणु साइटों पर पर सैन्य हमला किया था। इस आक्रामक कार्रवाई में कई वैज्ञानिक, सैन्यकर्मी और  निर्दोष नागरिक शहीद हुए थे।

 

इस आक्रमण के बाद अमेरिका ने 22 जून को फ़ोर्दू, नतंज और इस्फ़हान स्थित परमाणु स्थलों पर सीधे हमला करके ज़ायोनी शासन के युद्ध में सक्रिय भाग लिया। ईरानी विदेश मंत्री सैयद अब्बास इराक़ी ने संयुक्त राष्ट्र संघ के चार्टर के अनुच्छेद 51 का हवाला देते हुए स्पष्ट किया कि ईरानी इस्लामी गणराज्य राष्ट्रीय हितों और जनता की सुरक्षा की रक्षा हेतु सभी विकल्पों को अपने पास सुरक्षित रखता है। MM