क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-720
क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-720
تِلْكَ الدَّارُ الْآَخِرَةُ نَجْعَلُهَا لِلَّذِينَ لَا يُرِيدُونَ عُلُوًّا فِي الْأَرْضِ وَلَا فَسَادًا وَالْعَاقِبَةُ لِلْمُتَّقِينَ (83)
प्रलय के उस घर को हम उन लोगों के लिए विशेष कर देंगे जो न धरती में अपनी बड़ाई चाहते है और न बिगाड़। और भला अंत तो ईश्वर से डरने वालों के लिए ही है। (28:83)
مَنْ جَاءَ بِالْحَسَنَةِ فَلَهُ خَيْرٌ مِنْهَا وَمَنْ جَاءَ بِالسَّيِّئَةِ فَلَا يُجْزَى الَّذِينَ عَمِلُوا السَّيِّئَاتِ إِلَّا مَا كَانُوا يَعْمَلُونَ (84)
जो कोई अच्छा काम लेकर आए उसके लिए उससे उत्तम (प्रतिफल) है और जो बुरा काम लेकर आए तो बुरे कर्म करने वालों को उससे अधिक (दंड) नहीं मिलेगा जितना उन्होंने किया था। (28:84)
إِنَّ الَّذِي فَرَضَ عَلَيْكَ الْقُرْآَنَ لَرَادُّكَ إِلَى مَعَادٍ قُلْ رَبِّي أَعْلَمُ مَنْ جَاءَ بِالْهُدَى وَمَنْ هُوَ فِي ضَلَالٍ مُبِينٍ (85)
निश्चित रूप से जिसने इस क़ुरआन (को आपके पास भेजा है और इस पर अमल) की ज़िम्मेदारी आप पर डाली है वह आपको (निर्धारित) स्थान तक अवश्य (वापस) पहुँचाएगा। कह दीजिए कि मेरा पालनहार भली भाँति जानता है कौन मार्गदर्शन लेकर आया है और कौन खुली पथभ्रष्टता में है। (28:85)