क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-773
क़ुरआन ईश्वरीय चमत्कार-773
هُوَ الَّذِي يُصَلِّي عَلَيْكُمْ وَمَلَائِكَتُهُ لِيُخْرِجَكُمْ مِنَ الظُّلُمَاتِ إِلَى النُّورِ وَكَانَ بِالْمُؤْمِنِينَ رَحِيمًا (43) تَحِيَّتُهُمْ يَوْمَ يَلْقَوْنَهُ سَلَامٌ وَأَعَدَّ لَهُمْ أَجْرًا كَرِيمًا (44)
वही है जो तुम पर दया भेजता है और उसके फ़रिश्ते भी (तुम्हारे लिए दया की दुआ करते हैं) ताकि वह तुम्हें अँधरों से प्रकाश की ओर निकाल लाए। और वह ईमान वालों के लिए (हमेशा ही) बहुत दयालु है। (33:43) जिस दिन वे उससे मिलेंगे उस दिन उनका अभिवादन सलाम होगा और ईश्वर ने उनके लिए भला प्रतिफल तैयार कर रखा है। (33:44)
يَا أَيُّهَا النَّبِيُّ إِنَّا أَرْسَلْنَاكَ شَاهِدًا وَمُبَشِّرًا وَنَذِيرًا (45) وَدَاعِيًا إِلَى اللَّهِ بِإِذْنِهِ وَسِرَاجًا مُنِيرًا (46)
हे पैग़म्बर! निश्चित रूप से हमने आपको (लोगों पर) गवाह, शुभ सूचना देने वाला और सचेत करने वाला बनाकर भेजा है। (33:45) और इसी तरह हमने आपको ईश्वर के आदेश से उसकी ओर बुलाने वाला और प्रकाशमान दीपक बना कर भेजा है। (33:46)
وَبَشِّرِ الْمُؤْمِنِينَ بِأَنَّ لَهُمْ مِنَ اللَّهِ فَضْلًا كَبِيرًا (47) وَلَا تُطِعِ الْكَافِرِينَ وَالْمُنَافِقِينَ وَدَعْ أَذَاهُمْ وَتَوَكَّلْ عَلَى اللَّهِ وَكَفَى بِاللَّهِ وَكِيلًا (48)
और (हे पैग़म्बर!) ईमान वालों को शुभ सूचना दे दीजिए कि उनके लिए ईश्वर की ओर से बड़ी कृपा है। (33:47) और काफ़िरों व मिथ्याचारियों की बातों का पालन न कीजिए और उनकी यातनाओं को (ईश्वर पर) छोड़ दीजिए। और ईश्वर पर भरोसा कीजिए कि भरोसे के लिए ईश्वर ही काफ़ी है। (33:48)