नया सवेरा- 8( मुसलमान होने वाले तीन आस्ट्रेलियन नागरिक)
आस्ट्रेलिया के रहने वाले Davic Stanley डेविड स्टेंली कहते हैं कि मुसलमान होने से पहले और मुसलमान होने के बाद दो अलग प्रकार का व्यक्ति बन गया। अब में पहले तरह लोगों के बारे में नहीं सोचता ।
मैं अब अधिकतर अपने भीतर के बारे में विचार करता हूं। दूसरों के भीता बुराई निकालने के बजाए अब मैं अपने भीतर की बुराई ढूंढता हूं। मेरा प्रयास रहता है कि मैं अपने अंदर सुधर करूं। स्टेंली कहते हैं कि मैंने यह बात नोटिस की हैं कि यह बातें दूसरों को प्रभावित करती हैं।

लोगों के विचारों को बनाने में इस समय सामूहिक संचार माध्यमों की महत्वपूर्ण भूमिका है। संसार के बड़े संचार माध्यमों का संबन्ध यूरोपीय देशों से है।
आस्ट्रेलिया के तीन ताज़ा मुसलमानों Davic Stanley डेविड स्टेंली Susan Karl सूसन कार्ल और Stacy Mohammad स्टेसी मुहम्मद के इन्टरव्यू दिखाए। श्रीमती सूसन कार्ल यूनीवर्सिटी प्रोफ़ेसर हैं जबकि डेविड स्टेंली इन्जीनियर हैं और स्टेसी मुहम्मद एक आम नागरिक हैं। इन संक्षिप्त इंटरव्यूज़ में इस्लाम की कुछ बातों को पेश किया गया।

जब सनराइज़ चैनेल के एंकर ने श्रीमती सूसन कार्ल से यह सवाल किया कि उन्होंने इस्लाम को क्यों अपनाया तो इसके जवाब में उनका कहना था कि युवाकाल में मैंने इस बारे में जांच पड़ताल आरंभ कर दी थी कि क्या धर्म के बारे में मेरी आस् ठीक है य नहीं। वे कहती हैं कि क्योंकि मेरा जन्म एक धार्मिक परिवार में हुआ था इसलिए मेरे भीतर धर्म के प्रति लगाव पाया जाता है।
इसके बाद सनराइज़ के एंकर ने स्टेंली स यह पूछी कि आप क्यों मुसलमान हुए। उनका जवाब था कि आरंभ में मैं जातिवादी था। मुझको न तो मुसलमान पसंद थे और न ही मैं मुसलमान होना चाहता था। इस्लाम के बारे में मेरा मानना था कि यह एक रूढ़ादी धर्म है जो संसार के एक विशेष क्षेत्र से संबन्धित है।इसके मानने वाले पिछड़े हुए है। एंकर स्टेंली का कहना था कि मेरे हिसाब से मुसलमानों का यह मानना है कि जो भी मुसलमान नहीं है उसको बलपूर्वक मुसलमान किया जाए।

संसार में एसे बहुत से लोग जो एसे धर्म की तलाश में रहते हैं जो उनकी प्यासी आत्मा को तृप्त कर सके। इस प्रकार वे अपने जीवन में भटकाव के बदले शांति के इच्छूक हैं।
जब एंकर ने उनसे पूछा कि मुसलमान होने के बाद बपके जीवन में कितना बदलाव बया तो उन्होंने कहा कि मुसलमान होने से पहले और मुसलमान होने के बाद मेरे जीवन के दो रूप हो गए। अब मैंने व्यक्तिगत रूप में अपना अधिक ध्यान अपनी ओर मोड़ दिया।
बहुत से एसे परिवार हैं जो अपने सदस्यों के बारे में इस्लाम को लेकर बहुत ही संवेदनशील होते हैं। हालांकि बहुत लोग एसे भी हैं जिनको मुसलमान करने में उनके ही परिजनों का हाथ रहा है।इस बारे में इस्लाम क उदयकाल की एक घटना यहां पर पेश कर रहे हैं जो वास्तव में बहुत ही रोचक है।
सन स्टार के एंकर का स्टेंसी से अन्तिम प्रश्न यह था कि जब आप यह सुनें कि अल्लाह के नाम एक आतंकवादी हमला किया गया है तो इसपर आपकी प्रतिक्रिया क्या होती है? उन्होंने कहा कि इसको सुनकर मुझको बहुत दुख होता है। उनका कहना है कि संसार के किसी भी स्थान पर किसी दुख होता है।