नया सवेरा- 9( राबिन )
शांति की तलाश में आजकल बहुत से लोग इधर उधर भटक रहे हैं जिनमें से एक राबिन भी हैं।
आज हम उन्हीं के बारे में बात करने जा रहे हैं।
आस्ट्रेलिया के राबिन का कहना है कि मैंने फिर से क़ुरआन उठाया और उसी जगह से पढ़ना आरंभ कर दिया जहां से मैंने पढ़ना छोड़ा था।
देखा यह गया है कि जो लोग नए नए मुसलमान होते हैं उनके जीवन की अलग अलग कहानियां होती हैं। उनके मुसलमान होने के कारण भी अलग अलग होते हैं किंतु उनके वक्तव्य अधिकतर संयुक्त प्रकार के होते हैं। इस प्रकार के लोग सामान्यत : अपने धर्मों या उन विचारधाराओं से संतुष्ट नहीं होते हैं जिनको वे माना करते थे । इस प्रकार के लोग अधिक्तर मुक्ति और शांति प्राप्त करने के लिए ही इस्लाम की ओर बढ़े हैं।
जो लोग स्वेच्छा से इस्लाम की आग़ोश में आ गए उन्हीं में से एक राबिन हैं जिनका संबन्ध आस्ट्रेलिया से है। राबिन मेलबोर्न के रहने वाले हैं । मुसलमान होने से पहले वे क्या थे इस बारे में राबिन कहते हैं कि मेरा पालन पोषण एक ग्रामीण तावरण में हुआ था।
इस आस्ट्रेलियन युवा का कहना है कि जब मैंने एक अच्छी ज़िन्दगी के लिए प्रयास आरंभ किये उसी समय से मेरा झुकाव इस्लाम की ओर होना शुरू हो गया। राबिन कहते हैं कि जब मैंने यूनिवर्सिटी में एडमीशन लिया तो पहले ही साल मुझको कई समस्याओं का सामना करना पड़ा।
सामान्यत: देखा गया है कि जो लोग परेशानियों में घिर जाते हैं उनके मन में नकारात्मक सोच आने लगती है। जो लोग थोड़ा बहुत धर्म में विश्वास रखते हैं वे इनको धर्म और ईश्वर से जोड़कर धर्म से दूरी बनाने लगते हैं। इस प्रकार के लोग अधिक्तर संवेदनशील होते हैं।

राबिन बताते हैं कि मेरे अधिकांश दोस्त ईसाई धर्म के मानने वाले थे किंतु मैंने उनसे धर्म के बारे में बात करनी छोड़ दी थी।
राबिन कहते हैं कि मैंने छह महीनों तक क़ुरआन का अध्ययन किया। वे कहते हैं कि इसके बाद मुझको पूरा विश्वास हो गया कि इस्लाम ही सबसे अच्छा धर्म है और मेरे सारे सवालों के जवाब उसके पास हैं। उनका कहना है कि मेरे मुस्लमाना होने से मेरे परिवार के सदस्य भी बहुत प्रभावित थे जबकि उनमें से अधिकांश आस्तिक नहीं थे।

राबिन ने अब एक नया जीवन आरंभ कर दिया है। उसके जीवन में नया सवेरा हो चुका है। अब वह अपने जीवन को केवल इस नशवर संसार तक सीमित नहीं समझता बल्कि उसका मानना है कि मरने के बाद भी एक जीवन है जिसमें सेसार में किये गए कर्मों का बदला अवश्य दिया जाएगा। राबिन का जीवन अब लक्ष्यहीन नहीं रहा बल्कि अब उसने लक्ष्य के साथ जीवन गुज़ारना आरंभ कर दिया है।