पश्चिमी जीवन की सच्चाई - 19
आज के कार्यक्रम में भी हम अमरीका के स्वास्थ्य व्यस्था के विषय पर चर्चा करेंगे।
समाज के उद्योगिकीकरण और आधुनिक जीवन और शहर में बसने की चाह के पनपते ही समाज में रहन सहन , सामाजिक तौर तरीक़े और चिकित्सा तथा स्वास्थय मुद्दे पूरी तरह से बदल गये। इन परिवर्तनों में स्वास्थ्य विभाग भी रहा है। आज आधुनिक जीवन में दवाओं का प्रयोग धड़ल्ले से हो रहा है, दूसरे शब्दों में यूं कहना चाहिए कि आधुनिक जीवन में दवाओं का प्रयोग अटूट हिस्सा बन गया है।
कहा जाता है कि दुनिया में सबसे अधिक कमाई दवा उद्योग कर रहा है।
अमरीका में स्वास्थ्य सुरक्षा, दसियों लाख अमरीकी नागरिकों की चिंताओं में से एक है। अमरीका में दसियों लाख नागरिकों के पास स्वास्थ्य बीमा नहीं है और वे बिना स्वास्थ्य बीमे के ही जीवन व्यतीत कर रहे हैं जबकि दसियों लाख के पास बीमें तो हैं लेकिन उनका बीमा एसा नहीं है कि वे अन्य विकसित देशों के नागरिकों की भांति स्वास्थ्य के मानकों और सुरक्षा के मानकों के अनुसार अपना सही ढंग से उपचार करा सकें।
अमरीका में बीमारियों की रोकथाम और उसका टीका बनाने में स्वास्थ्य व्यवस्था का क्रियाकलाप, अन्य औद्योगिक देशों की तुलना में कमज़ोर है। इस प्रकार से कि हर साल अमरीका में इन्फ़्लोंज़ा मं ग्रस्त होकर बड़ी संख्या में लोग जान की बाज़ी हार जाते हैं। २०१७ से २०१८ के बीच ६१ हज़ार लोग इन्फ़्लोंज़ा में ग्रस्त होकर अपनी जान से हाथ धो बैठे। अमरीकी संसथा सीडीसी की रिपोर्ट के आधार पर हालिया कुछ महीनों के दौरान दसियों लाख लोग इन्फ़्लोंज़ा से संक्रमित हुए जिनमें १२ से १६ हज़ार लोग काल की गाल में समा गये।
अमरीकी सरकार प्रतिवर्ष स्वास्थ्य और उपचार के लिए २.८ ट्रिलियन डालर ख़र्च करती है। इस प्रकार से कि यदि इस देश से स्वास्थ्य व्यवस्था का ख़र्च अलग हो जाए तो उससे दुनिया की पांचवीं बड़ी आर्थिक बनायी जा सकती है।
अमरीका में श्यामवर्ण के लोगो। की बबादी ४० मिलियन के क़रीब है जो अमरीका की आबादी का लगभग १३ प्रतिशत भाग है। पियो रिसर्च सेन्टर की २०१६ की रिपोर्ट के आधार पर यूरोपीय मूल के हर गोरे परिवार की आय १ लाख ७१ हज़ार डालर थी।
इस बात के दृष्टिगत कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनिया में स्वास्थ्य और उपचार की व्यवस् की नाकामी की मुख्य वजह निर्धनता है, इस बात से अच्छी तरह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि क्यों अमरीका में गोरे लोगों की तुलना में श्यामवर्ण समाज का स्वास्थ्य और चिकित्सा स्तर नीचे है।
अमरीकियत। को एक मामूली सी दवा के लिए दूसरे देशों के नागरिकों की तुलना में अधिक पैसा ख़र्च करना पड़ता है। उदाहरण स्वरूप अमरीका में नेक्सम नामक दवा की क़ीमत २१५ डालर है जबकि यही दवा स्वीट्ज़रलैंड में ६० डालर में मिल जाती है।
अमरीका में मुफ़्त उपचार यहां तक कि सरकारी अस्पतालों में मुफ़्त उपचार नामक कोई चीज़ नहीं है। हर प्रकार के उपचार, उपचारिक देखभाल और एमरजेंसी के सामान इत्यादि, या तो बीमार ख़ुद ही ख़रीदता है या इन्शोरेंस कंपनियां पूरा अदा करती हैं।
वर्ष २०१० मं पास होने वाले ओबामा केयर नाति कलगभ कयर के आधार पर बड़ी संख्या में अमरीकियों को इन्शोरेंस की सुविधाएं दी जाती थीं किन्तु ओबामा के राष्ट्रपति काल के अंत तक अमरीका में उपचार व्यवस्था बुरी तरह नाकाम रही और इस अवधि में इस देश में स्वास्थ्य सेवाएं, विकासित देशों के बीच सबसे कमज़ोर रही है।
अमरीका में डोन्ल्ड ट्रम्प के सत्ता में पहुंचने के बाद न्यूयार्क टाइम्ज़ ने अपनी एक रिपोर्ट में लिखा कि उनकी नीतियों की वजह से चार लाख बच्चों का इन्शोरेंस छीन लिया गया और उनके द्वारा प्रस्तावित बजट ने देश को महामारी के मुक़ाबले में कमज़ोर कर दिया ।