पैग़म्बरे इस्लाम (स)
May ०१, २०१६ १६:३४ Asia/Kolkata
ईश्वर अपनी नेअमत के प्रभाव को अपने बंदे में देखना चाहता है।
ईश्वर अपनी नेअमत के प्रभाव को अपने बंदे में देखना चाहता है।
ईश्वर अपनी नेअमत के प्रभाव को अपने बंदे में देखना चाहता है।
ईश्वर अपनी नेअमत के प्रभाव को अपने बंदे में देखना चाहता है।